भागलपुर में डबल मर्डर से सनसनी, दो युवकों में झगड़े के बाद चलीं ताबड़तोड़ गोलियां
भागलपुर जिले के नवगछिया स्थित भवानीपुर गांव में गुरुवार रात को दो युवकों में हुए झगड़े के बाद दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। डबल मर्डर के बाद गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है, पुलिस फोर्स मौके पर तैनात है।

बिहार के भागलपुर जिले के नवगछिया में गुरुवार रात डबल मर्डर से सनसनी फैल गई। दो युवकों के बीच हुए झगड़े में ताबड़तोड़ गोलीबारी हुई। इसमें दोनों की मौत हो गई। यह वारदात रंगरा थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव की है। चर्चा है कि मारपीट और गोलीबारी में दोनों पक्षों से कुछ और और भी लोग शामिल थे। हालांकि, पुलिस जांच में ही पूरी बात स्पष्ट हो पाएगी। इस घटना के बाद से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। खूनी संघर्ष की आशंका को देखते हुए एसपी के निर्देश पर कई थानों की पुलिस तैनात की गई है।
मृतकों की पहचान भवानीपुर गांव निवासी सोनू कुमार उर्फ शुभम और करण पोद्दार के रूप में हुई है। गांव वालों की मानें तो करण एवं शुभम के बीच जमीन को लेकर पिछले कई महीने से विवाद चल रहा था। गुरुवार रात करीब 10 बजे दोनों काली स्थान की मेढ़ पर बैठे थे और बात कर रहे थे। इसी बीच उनके बीच झगड़ा हो गगया और दोनों के बीच मारपीट होने लगी। वहां कुछ और लोग भी आए और फिर फायरिंग हुई। गोली लगने से करण और शुभम दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
पीड़ित परिजनों और ग्रामीणों के अनुसार गोलीबारी की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस को दोनों युवक घायल अवस्था में मिले। पुलिस ने पहले उन्हें नवगछिया के अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया। वहां पर प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को भागलपुर स्थित मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां इलाज के दौरान दोनों युवकों की मौत हो गई। एसडीपीओ ओमप्रकाश ने बताया कि दोनों की मौत हो गई है। घटना की वजह का पता लगाया जा रहा है। रंगरा थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार के नेतृत्व में छानबीन की जा रही है। परिजन के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डबल मर्डर से गांव में दहशत, घरों में दुबके लोग
इस वारदात के बाद भवानीपुर गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोगों को डबल मर्डर की वारदात के बाद खूनी संघर्ष होने की आशंका नजर आ रही है। गोलियों की आवाज सुनकर लोगों ने रात को अपने घरों के दरवाजे बंद कर दिए और बत्तियां बुझाकर अंदर दुबक गए। घरों के बुजुर्गों ने इस गांव में प्रतिशोध में दर्जनों लोगों की मौत देखी है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रात में तीन लड़के एक कार से भवानीपुर गांव के काली मंदिर के समीप पहुंचे थे। वहां पर पहले से बैठे हुए करण एवं सोनू से बातचीत कर रहे थे। इसी बीच किसी बात पर दोनों में विवाद बढ़ गया और मारपीट के बाद गोली चल गई। गोली लगने से करण और सोनू के घायल होते ही अन्य युवक कार से भागने में सफल रहे।
तीन बहनों का इकलौता भाई था शुभम, पिता भी गुजर चुके
गोलीबारी की घटना में जान गंवा बैठे शुभम की मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मायागंज अस्पताल में शुभम की लाश के पास उसकी मां हेमलता कुमारी और बहन सारिका कुमारी दहाड़ मारकर रोने लगी। परिजन ने बताया कि शुभम ने बीती रात मां से खाना मांगा और खाने के बाद कहा था कि 10 मिनट के अंदर काली मंदिर से लौटकर आता हूं। लेकिन थोड़ी देर के बाद ही मां को बेटे की गोली लगने से मौत की खबर मिली। ग्रामीणों ने बताया कि शुभम तीन बहनों का इकलौता भाई था। उसके पिता की 6 महीने पहले ही मौत हो गई थी।