छात्र संघ चुनाव नहीं होने से कॉलेज में होती है दिक्कत
युवा पेज की लीड खबर युवा पेज की लीड खबर छात्र संघ चुनाव नहीं होने से कॉलेज में होती है दिक्कत स्नातक एवं स्नातकोत्तर की पढ़ाई

युवा पेज की लीड खबर छात्र संघ चुनाव नहीं होने से कॉलेज में होती है दिक्कत स्नातक एवं स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने वाले छात्र लैब ,लाइब्रेरी, शैक्षणिक व्यवस्था आदि के सुधार के लिए करते थे छात्र संघ के नेताओं से बात विश्वविद्यालय प्रशासन सात साल से नहीं कर रहा है छात्र संघ का चुनाव बोले छात्र, महाविद्यालय में किसी तरह की दिक्कत होने पर की जाती थी बात भभुआ, एक प्रतिनिधि। जिले के महाविद्यालय में वर्ष 2018 के बाद से छात्र संघ चुनाव बंद है। कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। लेकिन, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कॉलेज प्रशासन को इस संबंध में कोई निर्देश नहीं मिल रहा है।
जिसकी वजह से कॉलेज में छात्र संघ का चुनाव नहीं कराया जा रहा है। जबकि छात्र चुनाव कराने के पक्ष में है और बार-बार इसकी मांग कर रहे हैं। ऐसे में छात्रों का कहना है कि चुनाव नहीं होने से वह अपनी समस्या को नहीं रख पाते हैं, जिससे दिक्कत होती है। छात्रों का कहना है कि अगर छात्र संघ चुनाव होता, तो हमारे बीच के छात्र प्रतिनिधि चुने जाते, जो कॉलेज व छात्रों की समस्या को कॉलेज व विश्वविद्यालय प्रशासन के सामने रखते। समस्याओं का समाधान होता। शैक्षणिक, प्रशासनिक आदि गतिविधि पर उनकी नजर रहती। छात्र-शिक्षक के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए प्रतिनिधि कड़ी का काम करते हैं, जिससे महाविद्यालय में सुविधाएं आसानी से मुहैया हो जाती है। अब तो स्थिति यह है कि कॉलेज में शैक्षणिक गतिविधि संचालित हो या न हो कोई कुछ कहने वाला नहीं है। स्नातक के छात्र पवन कुमार, रेशमा कुमारी ,खालिदा जिया, संतोष कुमार सिंह, आकाश कुमार पांडेय आदि कहते है कि अगर छात्र पढ़ने के लिए कॉलेज आते हैं तो कोई जरूरी नहीं है कि जिस विषय की घंटी है, उसके प्राध्यापक उपलब्ध हों और उन्हें पढ़ाएं। सरदार वल्लभभाई पटेल महाविद्यालय के स्नातक सेकंड सेमेस्टर के छात्र प्रमोद कुमार तिवारी ,मनोज कुमार, सोनी कुमारी ,सुनंदा कुमारी ,आकाश कुमार ,संतोष कुमार सिंह ,आरती कुमारी आदि ने बताया कि कॉलेज में कई तरह की समस्याएं हैं। हालांकि छात्र संघ चुनाव होने के बाद भी यह समस्या रहेगी। लेकिन, इन समस्याओं के बीच हमलोगों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी। शिक्षक के क्लास में नहीं पहुंचने पर किया जा सकता था सवाल छात्रों का कहना था कि नई शिक्षा नीति एवं सत्र को नियमित करने को लेकर आए दिन कभी नामांकन, कभी परीक्षा फॉर्म भरने तो कभी परीक्षा देने को लेकर कॉलेज में छात्रों का आना-जाना रहता है। इन सब कार्यों को लेकर शिक्षक भी व्यस्त रहते हैं। अगर किसी शिक्षक की घंटी है और वह उस समय कोई दूसरा शैक्षणिक काम कर रहे होते हैं, तो उनकी जगह दूसरे प्राध्यापक को पढ़ाने कक्षा में जाना चाहिए। लेकिन, ऐसा नहीं होता है। अगर छात्र संघ का चुनाव होता तो यह समस्या जरूर खत्म होती। छात्र प्रतिनिधि उनसे सवाल पूछ सकते थे और क्लास लेने के लिए दबाव बनता। पढ़ाई बाधित नहीं होती। लैब लाइब्रेरी की व्यवस्था में होगा सुधार महाविद्यालय में नामांकन करने के बाद छात्र-छात्राओं को लगता है कि स्कूल की अपेक्षा महाविद्यालय में लैब-लाइब्रेरी की सुविधा अच्छी मिलेगी। लेकिन, कॉलेज पहुंचने के बाद भी जिस तरह की लैब-लाइब्रेरी की सुविधा मिलनी चाहिए, वैसी सुविधा नहीं मिल पा रही है। छात्र करुणा कुमारी ,रतन कुमारी ,मानसी कुमारी ,सुमन कुमार ,प्रमोद कुमार, संतोष सिंह आदि ने बताया कि हमलोग सरदार वल्लभभाई पटेल महाविद्यालय के छात्र हैं। लाइब्रेरी में काफी किताबें हैं। सुविधाएं भी हैं। लेकिन, कभी-कभी जिन किताबों की उन्हें जरूरत होती है, वह नहीं मिल पाती है। कुछ छात्रों को मिलती भी है तो निर्धारित समय पर लौटाना पड़ता है। छात्रों की संख्या की तुलना में लैब में संसाधन की कमी रहती है। अगर हमारे बीच का कोई प्रतिनिधि बनता है, तो हमारी आवाज को उठाएगा, जिससे समस्या का समाधान होगा। महाविद्यालय में काउंटर कम होने से छात्रों को फीस एवं कागजात जमा करने में दिक्कत महाविद्यालय में आए दिन नामांकन, परीक्षा, छात्रवृत्ति फॉर्म सहित अन्य कार्यों के लिए आवेदन जमा करना होता है। सरदार वल्लभभाई पटेल महाविद्यालय में स्नातक एवं स्नातकोत्तर के छात्रों की पढ़ाई होती है। छात्रों की संख्या की तुलना में कॉलेज में काउंटर कम होने और प्रशासनिक गतिविधि का बेहतर संचालन नहीं होने से छात्रों को दिक्कत होती है। छात्र संघ चुनाव होता तो इन समस्याओं का निदान आसानी से हो सकता है। बोले छात्र सरदार वल्लभभाई पटेल महाविद्यालय में पढ़ाई करने वाले मनीषा मिश्रा, रेखा कुमारी ,नीरज पांडेय, अभय ,शुभम ,संविदा कुमार ,सौरभ कुमार, विशाल कुमार, गौरव कुमार आदि ने बताया कि छात्र संघ चुनाव को लेकर महाविद्यालय प्रशासन से बात करने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता है हर बार यही कहा जाता है कि विश्वविद्यालय एवं कुलाधिपति की ओर से छात्र संघ चुनाव को लेकर कोई निर्देश नहीं मिला है। छात्रों का कहना था कि छात्र संघ चुनाव नहीं होने से छात्रों के शैक्षणिक व्यवस्था से लेकर महाविद्यालय में छात्रों के हित में कार्य होने वाले सभी तरह की गतिविधियां प्रभावित हो रही है। ऐसे में छात्र संघ चुनाव विश्वविद्यालय प्रशासन को कराना चाहिए। कोट विश्वविद्यालय एवं कुलाधिपति के निर्देश से छात्र संघ चुनाव बंद है। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र संघ चुनाव कराने का निर्देश देता है, तो कराया जाएगा। चुनाव होने के बाद जीते हुए प्रतिनिधि महाविद्यालय की व्यवस्था में भी काफी मदद करते हैं। डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा, प्रभारी प्राचार्य, एसवीपी कॉलेज फोटो-18 मई भभुआ-07 कैप्शन- सरदार वल्लभभाई पटेल महाविद्यालय में आपस में चुनाव पर चर्चा करते छात्र
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।