तेजस्वी के नेतृत्व में 2025 की लड़ाई, RJD को राष्ट्रीय दर्जा दिलाने पर जोर; राजद की बैठक में फैसला
पटना के होटल मौर्या में हुई आरजेडी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए। राजद अध्यक्ष लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को पार्टी से जुड़े सभी मामलों पर अंतिम निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है। 2025 का चुनाव तेजस्वी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव को पार्टी से जुड़े सभी मसलों पर अंतिम निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया। बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव पारित कर तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में राज्य में सरकार गठन को लेकर संघर्ष करने का निर्णय लिया गया। पटना के होटल मौर्या में करीब डेढ़ घंटे तक चली राजद की बैठक में ये फैसला लिया गया।
बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि राजद को पूर्व में राष्ट्रीय दल की मान्यता प्राप्त थी, अभी क्षेत्रीय दल की मान्यता है। हमें राष्ट्रीय दल की मान्यता हासिल करने के लिए फिर से मेहनत करनी होगी। मीटिंग में राजद के सांगठनिक चुनाव कराने के लिए डॉ रामचंद्र पूर्वे को राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी और चितरंजन गगन को राष्ट्रीय सहायक निर्वाचन पदाधिकारी मनोनीत किया गया।
आपको बता दें इस बैठक में प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह नहीं शामिल हुए थे। राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने इस पर कहा कि स्वास्थ्य कारणों से वे बैठक में नहीं आए। उन्होंने जदयू के साथ जाने को लेकर सरकार बनाने से जुड़े सवाल पर कहा कि जो भी फैसला होगा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव करेंगे। बैठक का संचालन पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने किया।
राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद सांसदज मीसा भारती ने कहा कि तेजस्वी के कंधों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी गई। आगामी चुनाव के मद्देनजर बैठक में बड़े फैसले लिए गए हैं।
बैठक में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी, पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव, आलोक मेहता, विधान पार्षद मुन्नी रजक, समीर कुमार महासेठ, स्व. शहाबुद्दीन के पुत्र ओबामा शहाब, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के पुत्र शांतनु यादव समेत 85 सदस्य शामिल हैं जबकि विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर करीब 200 नेता भी बैठक में पहुंचे थे।