दिल्ली-नोएडा से सटे इन इलाकों में मकान-दुकान बनाने का मौका, GDA ने निकाली प्लॉट वाली स्कीम
एनसीआर में रहने वालों के लिए अच्छी खबर है। लोगों को दिल्ली-नोएडा से सटे इलाकों में लोगों को मकान-दुकान बनाने का मौका मिलने जा रहा है। जीडीए वैशाली, इंद्रप्रस्थ, इंदिरापुरम और कोयल एंक्लेव में आवासीय समेत व्यावसायिक प्लॉट बेचेगा।

एनसीआर में रहने वालों के लिए अच्छी खबर है। लोगों को दिल्ली-नोएडा से सटे इलाकों में लोगों को मकान-दुकान बनाने का मौका मिलने जा रहा है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) वैशाली, इंद्रप्रस्थ, इंदिरापुरम और कोयल एंक्लेव में आवासीय समेत व्यावसायिक प्लॉट बेचेगा। इसके लिए 28 मई को हिंदी भवन में बोली लगाई जाएंगी।
अधिकारियों के अनुसार, जीडीए की विभिन्न योजनाओं में आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक प्लॉट खाली हैं। जीडीए ने इन्हें बेचने की तैयार कर ली है। इस बार प्राधिकरण का ध्यान दिल्ली और नोएडा से सटे क्षेत्र में खाली पड़े प्लॉट बेचने पर है। इसे देखते हुए ही प्राधिकरण ने इंदिरापुरम में 27 व्यावसायिक, 15 निर्मित आवासीय भवन, 21 दुकानें शामिल की हैं। इसी तरह इंद्रप्रस्थ योजना में 22 व्यावसायिक और यूपी बोर्ड की नौ दुकानों के प्लॉट बेचने के लिए शामिल किए गए हैं। वैशाली, कोयल एंक्लेव, कर्पूरीपुरम, पटेलनगर में भी 30 से अधिक आवासीय, व्यावसायिक और दुकानों के प्लॉट हैं। इनसे संबंधित जानकारी वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है, ताकि इच्छुक खरीदार अपनी पसंद के प्लॉट का चयन कर सकें।
आवेदन फॉर्म 26 मई तक जमा करना होगा
अधिकारी बताते हैं कि जो लोग 26 मई तक आवेदन फॉर्म प्राधिकरण में जमा कराएंगे, उन्हें ही नीलामी में शामिल होने का अवसर मिलेगा। तय दिन तक फॉर्म जमा नहीं कराने वाले व्यक्ति नीलामी में भाग नहीं ले सकेंगे। फॉर्म जमा होने के बाद उनकी जांच होगी। इसके बाद 28 मई को नीलामी होगी।
आरडीसी के क्योस्क लीज पर दिए जाएंगे
जीडीए ने इस बार आरडीसी के दस क्योस्क भी लीज पर देने के लिए नीलामी में शामिल किए हैं। इन क्योस्क को दस साल के लिए लीज पर देने की तैयारी है। इसके अलावा वैशाली योजना में मौजूद प्राधिकरण के सामुदायिक केंद्र भी शामिल किए गए हैं।
शैक्षिक और मेडिकल संस्थानों के प्लॉट भी बेचेंगे
जीडीए ने कोयल एंक्लेव, इंदिरापुरम न्यायखंड एक, वैशाली योजना में शैक्षिक और चिकित्सा संस्थानों के लिए रखे गए प्लॉटो को भी बेचने की तैयारी की है। ये प्लॉट प्राइमरी, हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए आरक्षित रखे गए थे। साथ ही, नर्सिंग होम और स्वास्थ्य केंद्र के प्लॉट भी इस बार बेचे जाएंगे।
288 करोड़ रुपये कमाए
जीडीए के अधिकारी बताते हैं कि पिछले साल गोविंदपुरम, इंदिरापुरम, इंद्रप्रस्थ, कौशांबी, प्रताप विहार समेत अन्य योजनाओं में प्राधिकरण के खाली पड़े प्लॉट बोलीदारों ने बोली लगाकर खरीदे थे। इससे जीडीए को करीब 288 करोड़ रुपये की आय हुई थी।
प्रदीप कुमार सिंह, अपर सचिव, जीडीए, ''जीडीए के प्लॉट खरीदने का अच्छा मौका है। यह संपत्ति विभिन्न योजना में मौजूद हैं। इच्छुक लोग फॉर्म भरकर नीलामी प्रक्रिया में शामिल होकर अपनी पसंद के प्लॉट खरीद सकते हैं।''