Hindi Newsधर्म न्यूज़Som Pradosh Vrat 2025: What to do and what not to do on the day of Som Pradosh fast?

Som Pradosh Vrat: सोम प्रदोष व्रत के दिन क्या करें और क्या नहीं?

  • Som Pradosh Vrat 2025 : साल का आखिरी प्रदोष व्रत सोमवार के दिन रखा जाएगा। सोम प्रदोष व्रत पर कुछ चीजों को करने से भगवान शिव नराज हो सकते हैं और आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 21 Jan 2025 06:13 PM
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Som Pradosh Vrat: सोम प्रदोष व्रत के दिन क्या करें और क्या नहीं?

Som Pradosh Vrat 2025: जनवरी के महीने में सोम प्रदोष का व्रत पड़ रहा है। सोमवार के दिन पड़ने के कारण इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाता है। भगवान शिव को सोम प्रदोष का व्रत समर्पित है। इस दिन शिव पूजा करने से संतान सुख की इच्छा पूर्ण होती है। सोम प्रदोष का व्रत रखने पर कुछ बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं सोम प्रदोष व्रत के दिन किन कामों को करना शुभ व अशुभ माना जाता है-

सोम प्रदोष व्रत 27 जनवरी को: पंचांग अनुसार, माघ महीने की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि जनवरी 26, 2025 को 08:54 पी एम पर शुरू होगी, जो जनवरी 27, 2025 को 08:34 पी एम पर समाप्त होगी। इस दिन प्रदोष पूजा मुहूर्त शाम 05:56 से 08:34 पी एम तक रहेगा, जिसकी अवधि 02 घण्टे 38 मिनट्स रहेगी।

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सोम प्रदोष व्रत के दिन क्या करें: सोम प्रदोष पर शिव परिवार की पूजा-अर्चना करने का विधान है। इस दिन व्रत रखने से संतान-सुख की मनोकामना पूर्ण हो सकती है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग का जलाभिषेक व रुद्राभिषेक कर सकते हैं।

सोम प्रदोष व्रत के दिन क्या नहीं करना चाहिए?

नारियल पानी से अभिषेक- नारियल के पानी को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, जो भगवान विष्णु की अर्धांगिनी हैं। इसलिए सोम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव का अभिषेक नारियल पानी से नहीं करना चाहिए।

सिंदूर- शिव जी की पूजा में कुमकुम या सिंदूर नहीं चढ़ाना चाहिए। भगवान शिव वैरागी माने जाते हैं, जबकि सिंधुर सौभाग्य का प्रतीक है। इसलिए कुमकुम या सिंदूर को शिवलिंग पर नहीं अर्पित करना चाहिए।

तुलसी की पत्तियां- तुलसी की पत्तियां भगवान शिव को नहीं चढ़ानी चाहिए। तुलसी जी को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है।

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टूटा चावल- सोम प्रदोष व्रत के दिन टूटे हुए चावल शिवलिंग पर बिल्कुल भी नहीं चढ़ाने चाहिए। मान्यता है इस दिन साफ-धुले हुए अक्षत के दाने ही पूजा में इस्तमल करने चाहिए।

काले वस्त्र- धर्मिक मान्यताओं के अनुसार, किसी भी शुभ अवसर या फिर पूजा-पाठ के दौरान काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। इसलिए सोम प्रदोष के दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचें। भगवान शिव की असीम कृपा पाने के लिए इस दिन सफेद, हरे या पीले रंग के वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ रहेगा।

तामसिक भोजन- सोम प्रदोष के दिन भूलकर भी मास आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। सोम प्रदोष के दिन तामसिक भोजन का सेवन करने से भगवान शिव नराज हो सकते हैं।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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