उत्तराखंड के हादसाग्रस्त टनल से 17 दिनों के बाद निकाले गए 41 मजदूरों के जरिए अब मौत से संघर्ष की कई हैरान करने वाली कहानियां सामने आ रही हैं। 400 घंटे से अधिक समय तक सिर्फ हौसले के बल पर मौत को मात देने वाले श्रमवीरों में शामिल झारखंड के अनिल बेदिया ने बताया कि कैसे 10 दिनों तक उन्होंने भूख और प्यास से भी जंग लड़ी। बेदिया ने बताया कि 6 इंज की नई पाइप लगने तक उन्होंने मूड़ी खाकर पेट की आग बुझाई तो पत्थरों से रिसते पानी को चाटकर प्यास को शांत...