Notification Icon
Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़After disaster caused by heavy rains now relief big update in Uttarakhand weather forecast after three days

भारी बारिश से मची आफत के बाद अब राहत, उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान में दो दिन बाद पर बड़ा अपडेट

  • मौसम विभाग ने प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में रविवार को हल्की बारिश एवं मैदानी जिलों में मौसम शुष्क रहने के आसार जताए हैं। उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान की बात मानें तो दो दिन बाद 17 सितंबर को बारिश का दौर फिर शुरू होने की संभावना है।

Himanshu Kumar Lall लाइव हिन्दुस्तानSun, 15 Sep 2024 05:36 AM
share Share

Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में बारिश जमकर कहर बरपा रही है। पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश पर मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी किया है। उत्तराखंड में तीन दिन बारिश के बाद अब राहत के आसार है। 

मौसम विभाग ने प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में रविवार को हल्की बारिश एवं मैदानी जिलों में मौसम शुष्क रहने के आसार जताए हैं। उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान की बात मानें तो दो दिन बाद 17 सितंबर को बारिश का दौर फिर शुरू होने की संभावना है। 

शुक्रवार रात को कुमाऊं के कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई। कई जगह 12 घंटे के भीतर 180 एमएम तक बारिश दर्ज की गई। जिससे तापमान भी सामान्य से नीचे चला गया है। उधर, दून समेत गढ़वाल के इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई। 

मौसम निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने कहा कि पर्वतीय जनपदों में कहीं कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश एवं बौछारें होने की संभावना है। वहीं मैदानी जिलों में मौसम शुष्क बना रहेगा। दून में तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 28.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

उत्तराखंड के ज्यादातर इलाकों में शनिवार को लगातार दो दिन से हो रही बारिश के कुछ राहत मिली। हालांकि मुश्किलें बरकरार रहीं। कुमाऊं में दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि छह लोग लापता हैं। 

चम्पावत के लोहाघाट में मलबे में दबाकर किशोर की मौत हो गई। जबकि मुनस्यारी के बोना गांव के मलबे की चपेट में आने से युवक की जान गई। अल्मोड़ा जिले के धौलछीना में दो लोग गधेरे में बह गए। 

इसमें एक को बचा लिया गया जबकि एक लापता है। गणपति प्रतिमा विसर्जन के लिए यूपी की सीमा से लगे क्षेत्र में कोसी नदी पर पहुंचे काशीपुर के चार युवक बह गए। एक को बचा लिया गया, तीन लापता हैं।

 कुमाऊं में टनकपुर-पिथौरागढ़ एनएच समेत करीब 172 सड़कें बंद हैं। सितारगंज में कैलाश में बहे किसान और चम्पावत में मलबे में बहे किशोर का दूसरे दिन भी पता नहीं लग पाया है।

वाहनों में काटी रात

शुक्रवार देर शाम को पिथौरागढ़-घाट हाईवे दिल्ली बैंड के समीप बंद होने से करीब 500 यात्रियों को वाहनों में रात काटनी पड़ी।

बदरीनाथ हाईवे बाधित

यमुनोत्री नेशनल हाईवे शनिवार को 13 घंटे बाद खुला। बदरीनाथ हाईवे दिनभर बाधित होता रहा। हरिद्वार में गंगा चेतावनी निशान को पार कर गई। अगले कुछ दिन बारिश से राहत के आसार हैं। संबंधित खबरें P

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें