तीन साल मनमोहन सिंह के मेन बॉडीगार्ड थे योगी के मंत्री, निधन के बाद बोले- मैंने बहुत कुछ सीखा
- पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर नरेंद्र मोदी सरकार ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। उनके निधन पर उनके मुख्य अंगरक्षक रहे असीम अरुण ने शोक जताया है जो अब भाजपा के नेता और यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री हैं।
भारत में आर्थिक उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण के सूत्रधार और देश के 13वें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर देश के कोने-कोने से शोक संदेश आ रहे हैं। नरेंद्र मोदी सरकार ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है और शुक्रवार के सारे सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। सरकार ने पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार के जरिए उन्हें अंतिम विदाई देने का फैसला किया है। तीन साल उनके मुख्य अंगरक्षक रहे असीम अरुण ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया है और कहा है कि उन्होंने मनमोहन सिंह से काफी सीखा। असीम अरुण भारतीय पुलिस सेवा के अफसर रहे हैं और इस समय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री हैं।
असीम अरुण आईपीएस सर्विस के दौरान स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) में भी तैनात रहे हैं और इस दौरान वो तीन साल मनमोहन सिंह की सुरक्षा में तैनात थे। असीम अरुण ने मनमोहन सिंह के निधन पर अपने शोक संदेश में कहा है- “मन बहुत भारी है मेरा. सभी देशवासियों का मन भारी है। मैं विशेष रूप से याद करता हूं डॉक्टर मनमोहन सिंह जी को क्योंकि मैं करीब तीन साल उनका मेन बॉडीगार्ड रहा। AIG क्लोज प्रोटेक्शन टीम, एसपीजी में एक दायित्व होता है, वो जो अंदरूनी घेरा है, उसका इंचार्ज होता है और अगर सारे बॉडीगार्ड भी हट जाएं तो वो कभी भी हट नहीं सकता। तो ऐसे परछाई के रूप में, शैडो के रूप में, काम करने का मौका मुझको तीन साल मिला। बहुत कुछ मैंने डॉक्टर मनमोहन सिंह जी से सीखा।”
92 साल के मनमोहन सिंह गुरुवार की देर शाम दिल्ली में अपने आवास में बेहोश होकर गिर गए थे जिसके बाद उन्हें एम्स लाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें होश में लाने की बहुत कोशिश की लेकिन नाकाम रहे। एम्स ने रात 9.51 बजे उनके निधन की घोषणा कर दी। एम्स ने कहा कि मनमोहन सिंह बढ़ती उम्र की वजह से होने वाली बीमारियों से पीड़ित थे।