पुलिस की मिलीभगत से भूमाफियाओं ने करोड़ों की जमीन पर किया कब्जा, इंस्पेक्टर समेत 3 सस्पेंड
बरेली में भूमाफियाओं के हौंसले बुलंद हैं। दरअसल बारादरी इंस्पेक्टर ने निलंबित लेखपाल के गैंग से मिलकर कारोबारी की जमीन पर आधी रात में कब्जा करा दिया। साथ ही पीड़ित पक्ष को थाने में बैठाने के बाद चालान किया और।
यूपी के बरेली में भूमाफियाओं के हौंसले बुलंद हैं। दरअसल बारादरी इंस्पेक्टर ने निलंबित लेखपाल के गैंग से साठगांठ कर बेंत कारोबारी की जमीन पर आधी रात में कब्जा करा दिया। इंस्पेक्टर ने आरोपियों के साथ पीड़ित पक्ष को थाने में बैठाने के बाद चालान किया और इसी बीच कब्जा करा दिया गया। एसपी सिटी मानुष पारीक की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने इंस्पेक्टर बारादरी सुनील कुमार, सेटेलाइट चौकी इंचार्ज राजीव कुमार शर्मा और हेड कांस्टेबल अनिल कुमार को सस्पेंड कर दिया है।
कारोबारी मोहम्मद इलयास की नवादा शेखान में जमीन है, जिस पर उनके परिवार के परवेज नर्सरी संचालित करते हैं। निलंबित लेखपाल सावन कुमार जायसवाल व उसके गैंग के अमित कुमार, चंदन खां, अंकित त्रिपाठी, रेनू समेत अन्य इस जमीन पर कब्जा करना चाहते थे। इसको लेकर इलयास व परवेज ने कुछ दिन पूर्व बारादरी थाने में शिकायत की तो उन्हें समाधान दिवस में आने को कहा गया। इसी बीच आरोपियों ने पुलिस से साठगांठ कर ली तो 13 दिसंबर की रात पुलिस ने उन लोगों को थाने बुलाया। इस पर परवेज, उनके भाई जमशेद व हमजा अंसारी थाने पहुंचे तो सेटेलाइट चौकी इंचार्ज राजीव कुमार शर्मा ने उन्हें हिरासत में लेकर बैठा लिया और 14 दिसंबर की शाम दूसरे पक्ष के निलंबित लेखपाल सावन जायसवाल व दीपक कुमार के साथ शांतिभंग में चालान कर दिया।
जानबूझकर यह चालान दोपहर करीब चार बजे किया गया ताकि कब्जा करने वालों को समय मिल सके। जब तक उन्होंने जमानत कराई, सावन जायसवाल गैंग के अन्य लोगों ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया। खुद को जमीन का मालिक दर्शाते हुए बड़े-बड़े चेतावनी बोर्ड और सीसीटीवी कैमरे आदि लगा दिए गए। अंदर कुछ अनुसूचित जाति के लोगों को रख दिया ताकि कोई विवाद करे तो एससी-एसटी का मुकदमा दर्ज कराया जा सके। यह सारी जानकारी सामने आने के बाद एसएसपी अनुराग आर्य ने एसपी सिटी मानुष पारीक को जांच सौंपी। उन्होंने मौके पर जाकर जांच की जिसमें बारादरी पुलिस के खेल का भंडाफोड़ हो गया। इसमें इंस्पेक्टर बारादरी सुनील कुमार, सेटेलाइट चौकी इंचार्ज राजीव कुमार शर्मा और हेड कांस्टेबल अनिल कुमार की भूमिका सामने आई। एसपी सिटी की रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी अनुराग आर्य ने तीनों को सस्पेंड कर दिया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जाएगी।
रुकवा दिया था निर्माण
दूसरी रिपोर्ट नवादा शेखान निवासी नुसरत जहां ने आनंद विहार कॉलोनी के सुनील कुमार, निलंबित चकबंदी लेखपाल सावन कुमार जायसवाल और रामपुर में पश्चिमी ज्वालानगर कॉलोनी के दीपक कुमार के खिलाफ लिखाई है। नुसरक ता कहना है कि उनका प्लॉट नवादा शेखान में है, जिस पर तीनों आरोपी निर्माण नहीं होने दे रहे हैं। उन लोगों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
मास्टरमाइंड लेखपाल ने कैंट में भी कराए अवैध कब्जे
अवैध कब्जे का मास्टरमाइंड लेखपाल सावन कुमार जायसवाल है, जो सितंबर से निलंबित है। बारादरी के अलावा उसने कैंट क्षेत्र में भी करोड़ों की जमीन पर अवैध कब्जे करा दिए। पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है कि वह घूम-घूमकर लंबे समय से खाली पड़े प्लॉट चिह्नित करता है। फिर एक फर्जी व्यक्ति को खड़ा करके बैनामा करा देता है और उसमें एकपक्षीय आदेश कराकर कब्जे की शुरुआत करता है। कई बार वह मौके पर जाकर खुद को ऑन ड्यूटी बताकर पुलिस की मदद से काम रुकवा देता है और कब्जे कराता है। कैंट में उसके द्वारा कब्जा कराई गई जमीनों को लेकर चार मुकदमे दर्ज हैं और अब इनमें भी जांच शुरू हो गई है। जल्दी ही इसमें अन्य मुकदमे दर्ज कर पुलिस पूरे गैंग का भंडाफोड़ करेगी।