लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे पर कब से दौड़ेंगी गाड़ियां? आया अपडेट, 35 मिनट में 63 KM का सफर
- लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे पर अपडेट आया है। लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस जून से पहले तैयार हो जाएगा। विभाग का दावा है कि एक्सप्रेस वे तैयार हो जाने से 35 मिनट में लखनऊ से कानपुर पहुंच सकेंगे।
लखनऊ-कानपुर के बीच 63 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस वे को लेकर अपडेप आया है। लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस जून से पहले तैयार हो जाएगा। विभाग का दावा है कि एक्सप्रेस वे तैयार हो जाने से 35 मिनट में लखनऊ से कानपुर पहुंच सकेंगे। इससे न सिर्फ यात्रा का समय बचेगा बल्कि यह पर्यटन, व्यापार और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के लिए भी संजीवनी साबित होगा। पर्यटक और वाणिज्यिक गाड़ियां आसानी से एक शहर से दूसरे शहर तक पहुंच सकेंगी।
कानपुर एक्सप्रेस का 18 किमी हिस्सा एलिवेटेड तथा 45 किमी ग्रीन फील्ड होगा। एलीवेटेड रोड कानपुर हाईवे पर तैयार हो रही है। बाकी 45 किमी ग्रीन फील्ड रोड तैयार हो रहा है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत तीन बड़े, 28 छोटे पुल, 38 अंडरपास और छह फ्लाईओवर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया ने बताया कि 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। उम्मीद है कि जून तक एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो जाएगी।
लखनऊ रिंग रोड से जोड़ा जाएगा
कानपुर हाईवे पर वाहनों का ट्रैफिक कम करने के लिए लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे को लखनऊ रिंग रोड से जोड़ा जाएगा। यह एक्सप्रेस वे लखनऊ में शहीद पथ से शुरू होते हुए नवाबगंज को बंथरा, बनी, दतौली कांठा, तौरा, नेओरना, अमरसास और रावल मार्ग के जरिए कानपुर जुड़ेगा।
निर्माण कार्य पर 4700 करोड़ का खर्चा
इस पूरे प्रोजेक्ट को भारतमाला परियोजना के तहत बनाया जा रहा है। इस पर कुल 4700 करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च आएगा। एलिवेटेड रोड के लिए खास तकनीक से गर्डर बनाए जा रहे हैं। यह सड़क करीब साढ़े तीन किलोमीटर तक राष्ट्रीय राजमार्ग 25 के हिसाब से बनाई जा रही है।
120 की रफ्तार से फर्राटा भर सकेंगे
वाहन बनी से उन्नाव तक 45 किलोमीटर लंबी 06 लेन की सड़क बनेगी। एक्सप्रेस-वे पर अधिकतम 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार वाहन दौड़ सकेंगे। एक्सप्रेस-वे के निर्माण की योजना की शुरुआत इस इलाके में औद्योगिक विकास को रफ्तार मिलेगी।
लखनऊ के 14 गांवों से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे से लखनऊ के 14 गांव लिंक होंगे। इन गांवों के रास्तों से एक्सप्रेस वे गुजरेगा। इनमें अमौसी, बनी, बंथरा, सिकंदरपुर, बेहसा, फरुखाबाद, चिल्लावां, गहरू, गौरी, खांडेदेव, मीरनपुर पिनवट, नटकुर और सराय शहजारी गांव शामिल हैं।