योगी-मोदी जी इन जैसे मुसलमानों से बचाओ, लखनऊ में मां-बहनों की हत्या के बाद अरशद का VIDEO
- लखनऊ में नए साल के पहले दिन होटल में एक युवक ने मां और चार बहनों को मौत के घाट उतार दिया। इस वारदात में उसके पिता ने भी मदद की। मां-बहनों की हत्या के बाद अरशद का VIDEO वायरल हुआ है।
लखनऊ में नए साल के पहले दिन एक होटल में एक युवक ने मां और चार बहनों की हत्या कर दी है। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के बाद आरोपी युवक का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में युवक कहता हुआ दिख रहा कि आज बस्ती वालों की वजह से हमने थक हारकर यह कदम उठाया है। पुलिसवालों को यह वीडियो मिले तो आप बस एक बात जानिए कि इसके लिए बस्तीवाले जिम्मेदार हैं। युवक ने कहा कि मेरी मोदी जी और योगी जी से यही विनती है कि हर मुसलमान एक जैसा नहीं होता। हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि इंसाफ कर दीजिए। उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। युवक ने बताया है कि हिंदू बनना चाहते थे। हम धर्म परिवर्तन करना चाह रहे थे। युवक ने योगी और मोदी से भी न्याय की गुहार लगाई है।
होटल में मां-बहनों की हत्या करने के बाद अरशद ने पिता बदर की मौजूदगी में वीडियो रिकॉर्ड किया। उसने बस्ती के लोगों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। धर्म परिवर्तन के साथ बहनों को मानव तस्करों से खतरा होने का दावा किया। वायरल वीडियो में अरशद जैसा कह रहा वैसा देने का हम प्रयास कर रहे हैं। उधर, वीडियो में किए गए दावों को आगरा स्थित इस्लामनगर में युवक के मोहल्ले के लोगों ने खारिज किया है।
जुल्म सहने की इंतहा हुई, फुटपाथ पर गुजार रहे जिंदगी
अस्सलाम वालेकुम...मेरा नाम मोहम्मद अरशद है। आज बस्ती वालों की वजह से थक-हार कर मजबूरी में पूरी फैमिली ने ये कदम उठाया। अपने हाथ से बहनों और मां को मारा है मैंने। जब पुलिस को वीडियो मिले तो आप सब जान जाएंगे कि इस सब चीजों के जिम्मेदार बस्ती वाले हैं। उन्होंने हमारे घर छीनने के चक्कर में हम लोगों पर जुल्म किए। आवाज उठाई लेकिन हमारी किसी ने नहीं सुनी। आज हमें 15 दिन हो गए। फुटपाथ पर सो रहे हैं, ठंड में भटक रहे हैं। हमारा घर उन्होंने छीन लिया है। मकान के पेपर्स हमारे पास हैं, जिसे हम मंदिर के नाम करना चाहते थे। धर्म परिवर्तन करना चाहते थे। इसलिए हमने सारे पेपर अपने पास रखे हैं।
योगी जी...इन्हें माफ मत करिएगा
योगी जी और लखनऊ पुलिस से गुजारिश है। इन जैसे मुसलमानों को कहीं मत छोड़ो। आप जो कर रहे हो, बहुत बढ़िया कर रहे हो। ये मुसलमान हर जगह जमीनों पर कब्जा करते हैं। लोगों पे जुल्म करते हैं। नकली नोटों का धंधा करते हैं। हमने बहुत दिन इनके खिलाफ कार्रवाई कराने की कोशिश की। हम नहीं करवा सके। मौत की जिम्मेदार पूरी बस्ती है। उनमें मेन रानू उर्फ आफताब अहमद, अलीम खान, सलीम ड्राइवर, अहमद, आरिफ, अजहर और इनके रिश्तेदार, जो ऑटो चलाते हैं। ये लोग बहुत बड़ा भूमाफिया गिरोह चलाते हैं। लड़कियों को बेचते हैं। इन लोगों का यही प्लान था कि हम लोगों को जेल पहुंचा कर हमारी बहनों को हैदराबाद में सप्लाई कर देंगे। भैया हम ये नहीं चाहते थे। इसीलिए मजबूरन आज हमने मार दिया।
बेचारी बहनों का गला मैंने ही कस दिया
दो बजे का टाइम हो रहा है। मजबूरियों में अपनी बहनों के हाथ की नस काट कर मारना पड़ा। आप देखना चाहते हैं। मैं आपको इन लोगों की शक्ल दिखा दूंगा... देखिए बेचारी को कैसे मैंने अपनी मजबूरी में बहनों को गला कस कर मारा है। देखिए ये मरी पड़ी हैं। ये देखिए मेरी अम्मी, देख रहे हैं...ये देखिए। शायद सुबह तक मैं भी जिंदा न मिलूं आपको। लेकिन हमारी मौत के जिम्मेदार गली वाले हैं। हमने बहुतों से मदद मांगी। पुलिस से मदद मांगी। नेताओं से मांगी, लेकिन हमारी किसी ने मदद नहीं की।
हम बदायूं के रहने वाले हैं, बंगलादेशी नहीं...
बस आखिरी वीडियो है। सिर्फ यही कहना चाहूंगा। ये बहुत बड़े झूठे लोग हैं। हम लोग बदायूं के रहने वाले हैं। बंगलादेशी नहीं हैं। हमारी ताई के पास सन 1947 तक का प्रूफ मिल जाएगा। ये हम पर झूठा इल्जाम लगाते हैं। तरह-तरह की बातें करते हैं कि हम लोग बंगलादेशी हैं। बस्ती वालों से तंग आकर धर्म परिवर्तन करन चाहते थे, ताकि हमें चैन से जीने दें। मंदिर बनाकर पूजा करते हैं। आज आप देख रहे हैं। मेरी सारी बहनें मर रही हैं। मैं भी मर जाऊंगा। लेकिन ये एक बात जरूर कहना चाहूंगा कि हिंदुस्तान के अंदर किसी परिवार को ऐसे दुबारा न करना पड़े। इसलिए कहूं मोदी जी...योगी जी आप से सिर्फ विनती यही है कि हर मुसलमान एक सा नहीं होता। हाथ जोड़ के विनती करता हूं। मेरा परिवार मरने वाला है। इंसाफ दे दीजिए। उन लोगों को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए। बहुत से नेताओं तक पहुंच रखते हैं। पुलिस वालों से पहुंच रखते है। हमारा आधा प्लॉट तो छीन लिया...आधा भी छीनना चाहते थे। एक बात जरूर कहूंगा.. हम भी हिंदू में परिवर्तन करना चाहते थे। उस घर के अंदर सिर्फ मंदिर बनना चाहिए और जितना भी हमारे घर का सामान है वह किसी अनाथ आश्रम में दे देना ताकि हमारे मन को खुशी मिले।
ऐसे लोग बस गए हैं...कोई कैसे बेटी बचा सकता है
आप लोग कहते हो की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। ये ऐसे मुसलमान कहां-कहां से आकर हिन्दुस्तान में बस गए हैं। कोई अपनी बेटी पढ़ा सकता है...बचा सकता है? इन्होंने कितने गरीब लोगों की बेटी उठा कर हैदराबाद में बेच दिया। वह मर रही होंगी...तड़प रही होंगी...हम वो नहीं चाहते थे। मजबूर हैं। हमारे पास जमीन के कागजात भी हैं और हम जो लिखना चाहते थे वो भी हमने लिख के दे दिया। बहुत जगह अर्जी भेजी। कई जगह सुनवाई हुई लेकिन ये बस्ती वाले चौकी अपने कब्जे में कर रखी है। पैसा खिला खिला के बच जाते हैं। इन्होंने मंदिर कब्जे में कर लिए बहुत से। आखिरी उम्मीद आप ही हो...हमारे मरने के बाद तो पूरी कर दोगे? गेस्ट हाउस वालों की कोई गलती नहीं है।
होटल में हुई वारदात
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) (मध्य लखनऊ) रवीना त्यागी ने कहा कि घटना नाका क्षेत्र में स्थित होटल शरनजीत में हुई। त्यागी ने बताया आरोपी की पहचान अरशद (24) के रूप में हुई जिसने अपने ही परिवार के पांच सदस्यों की कथित तौर पर हत्या कर दी। इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को घटनास्थल से ही पकड़ लिया। पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान आलिया (नौ), अलशिया (19), अक्सा (16), रहमीन (18), सभी अरशद की बहनें और अस्मा (आरोपी युवक की मां) के रूप में हुई है। त्यागी ने बताया कि 24 वर्षीय अरशद आगरा का रहने वाला है और प्रारंभिक पूछताछ से पता चला कि उसने घरेलू विवाद के कारण इस घटना को अंजाम दिया।