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Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़वाराणसीBrawl Erupts in Varanasi Municipal Meeting Over Water Quality Issues

महापौर और सपा पार्षद में नोकझोक, भारी हंगामा

वाराणसी नगर निगम की बैठक में दूषित पेयजल के मुद्दे पर हंगामा हुआ। सपा पार्षदों ने जल गुणवत्ता की समस्या उठाई, जिसके चलते सदन में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। भाजपा पार्षदों ने सपा से माफी की मांग की।...

Newswrap हिन्दुस्तान, वाराणसीThu, 19 Sep 2024 08:05 PM
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वाराणसी। वरिष्ठ संवाददाता नगर निगम सदन की गुरुवार को हुई बैठक में शहर के विकास के मुद्दे पर चर्चा के दौरान आरोप प्रत्यारोप के खूब तीर चले, जमकर हंगामा हुआ। दूषित पेयजल के मुद्दे पर सपा के एक पार्षद की अध्यक्ष अशोक कुमार तिवारी से हुई बहस ‘देखने-दिखाने तक पहुंच गई। इस दौरान भाजपा पार्षदों ने सपा पार्षद से माफी मांगने की मांग करते हुए जमकर जवाबी नारेबाजी की। इस हंगामा के चलते लगभग एक घंटे तक चर्चा बाधित रही।

मैदागिन स्थित टाउनहाल के सभागार में दोपहर 12 बजे शुरू हुई बैठक शाम छह बजे स्थगित कर दी गई। शुक्रवार दोपहर 12 बजे से बैठक पुन: प्रांरभ होगी। हंगामे के दौरान आक्रोशित सपा पार्षद ने अपने ही नेता और सदन के सबसे वरिष्ठ पार्षद अमरदेव यादव पर इशारों में आरोप लगा दिया कि वह सत्ता की गोद में जा बैठे हैं। इससे आहत अमरदेव बैठक छोड़कर जाने लगे। तब अध्यक्ष समेत भाजपा पार्षदों ने भी उन्हें रोका और मनाकर वापस ले आए।

सपा पार्षद भैयालाल यादव ने दूषित पेयजल की समस्या का लंबे समय से समाधान न होने का मुद्दा उठाया। उनके तेवर पर अध्यक्ष के आपत्ति जताई तो सदन का माहौल गर्म हो गया। सपा के ही अन्य पार्षदों ने महापौर और भैयालाल यादव के बीच विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण कहा और भैयालाल से शांत रहने की अपील की।

15 दिनों में पहुंचें निर्माण सामग्रियां

मिनी सदन की बैठक में प्रश्नकाल के दौरान सभी दलों के पार्षदों ने अधिकारियों की मनमानी पर भारी नाराजगी जताई। पार्षद सुरेश चौरसिया, बबलू शाह, सुरेश पटेल गुड्डू, राजेश यादव, हनुमान प्रसाद ने निर्माण चौकियों पर अब तक सामग्री न रखने पर नाराजगी जताई। महापौर ने नगर आयुक्त से 15 दिन में ये सामग्री हर हाल में पहुंचाने और छोटी-छोटी शिकायतों का जल्द समाधान कराने को कहा।

टोटियां लगीं 700, पानी कुछ से ही

हारुन अंसारी ने कहा कि जल निगम की अमृत योजना के तहत लल्लापुरा वार्ड में 700 कनेक्शन दिए गए। उनमें 70 फीसदी में जलापूर्ति नहीं हो रही है। मगर एक भवन स्वामी को दो-दो बिल दिए जा रहे हैं। अध्यक्ष ने भी माना कि अमृत जैसी बेहतरीन योजना में अधिकारियों की कार्यशैली ने शहर का बहुत नुकसान किया है।

सिंधु सोनकर ने सिगरा चौराहे पर बार बार सड़क धंसने पर नाराजगी जताई और जल निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाया। राजेश यादव चल्लू ने कहा कि शासन से जो पत्र आता है उसे कार्यकारिणी में क्यों नहीं रखा जाता।

निगम के पेट्रोल पंप बंद होने पर सवाल

पार्षद मदन मोहन दुबे ने सवाल किया कि नगर निगम ने अपना पेट्रोल पंप क्यों बंद कर दिया? इससे एक साल में निगम को कितना नुकसान हुआ है? निगम प्रशासन ने कहा कि रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की सुरक्षा के कारण पेट्रोल पंप बंद हुआ। पार्षद ने पूछा कि चंद कदम पर सिगरा पर पेट्रोल पंप हैं तो क्या उनसे खतरा नहीं है। एक्सईएन अजय सक्सेना ने नगर निगम की गाड़ियों में रोज की डीजल की खपत के संबंध में गोलमोल जवाब दिया जिससे अध्यक्ष नाराज हो गए।

बिना अनुमति सड़क खोदने पर मुकदमा

मिनी सदन में आरआईएस, बिजली विभाग, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को भी बुलाया गया था। लेकिन पीडब्ल्यूडी के प्रतिनिधि के न पहुंचने पर अध्यक्ष ने नगर आयुक्त अक्षत वर्मा को संबंधित विभाग को पत्र लिखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बिना नगर निगम की अनुमति के सड़क खुदवाने वाले विभागों के अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कराया जाए।

आवाज दबाई जा रही है

उपसभापति नरसिंह दास ने कहा कि बार-बार कहने के बाद भी माइक की व्यवस्था ठीक नहीं रहती है। नगर निगम प्रशासन जनप्रतिनिधियों की आवाज दबा रहा है। इस पर एक्सईएन अजय सक्सेना को फटकार मिली।

हर विधानसभा क्षेत्र में शादी घर

शहरी सीमा के सभी विधानसभा क्षेत्रों-दक्षिणी, शिवपुर, उत्तरी, रोहनिया, कैंट में शादी घर बनाए जाएंगे। गुरुवार को मिनी सदन ने सर्वसम्मति से इसकी अनुमति दे दी।

जलकल झूठ बोलने की मशीन

हुकुलगंज के पार्षद बृजेशचंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि जलकल झूठ बोलने की मशीन है। सांस्कृतिक संकुल में एक साल से खराब ट्यूबवेल की रीबोरिंग पर एस्टीमेट की अलग-अलग लागत बताने पर उन्होंने यह तंज कसा। उन्होंने कहा कि कभी अधिकारी 35 लाख, 55, 57 लाख तो कभी 65 लाख का एस्टीमेट बताते हैं जबकि जनता साफ पानी को तरस रही है।

जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र न बनने से रोष

पार्षदों ने जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र न बनने से नाराजगी जताई। रामनगर के पार्षदों ने कहा कि जोनल कार्यालय पर प्रमाण पत्र के आवेदन देने पर मुख्यालय भेज दिया जाता है। नगर आयुक्त ने कहा कि पोर्टल की समस्या के लिए जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग और शासन को भी पत्र लिखा गया है।

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