बीएचयू बढ़ाएगा हॉस्टलों में 5000 सीटें, 3500 स्कॉलरशिप का भी लक्ष्य
वाराणसी में बीएचयू छात्रावासों में 5000 नई सीटों और 3500 छात्रवृत्तियों की योजना बनाई जा रही है। कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने अंतरराष्ट्रीय शिक्षाविदों को आमंत्रित किया है और 250 से अधिक संकाय...
वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। बीएचयू के छात्रावासों में 5000 हजार छात्रों के लिए सीटें बढ़ाने पर काम जारी है। इसके साथ ही 3500 छात्रवृत्तियां शुरू करने का भी लक्ष्य है। इनमें 25 हजार रुपये प्रतिवर्ष की 300 छात्रवृत्तियां शुरू कर ली गई हैं। बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने शुक्रवार को स्वतंत्रता भवन सभागार में संकाय सदस्यों और शिक्षकों के साथ संवाद के दौरान पिछली उपलब्धियों और अगली योजनाओं पर चर्चा की। कुलपति ने कहा कि मौजूदा चुनौतियों का सामना करने तथा उच्च शिक्षा के निरंतर बदलते परिदृश्य के अनुरूप खुद को ढालने के लिए विश्वविद्यालय के लिए क्षमता विकास तथा क्षमता निर्माण अत्यंत आवश्यक है। कुलपति ने बताया कि विज़िटिंग फैकल्टी कार्यक्रम के तहत प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के 15 शिक्षाविदों समेत कुल 22 प्रख्यात प्रोफेसरों को बीएचयू आने का न्योता दिया गया है। 250 से अधिक संकाय सदस्यों को अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में प्रतिभागिता के लिए 2.2 करोड़ रुपये का अनुदान स्वीकृत किया गया। इसके अलावा 1340 शिक्षकों ने आईओई के अंतर्गत आरंभ प्रोफेशनल डेवलपमेंट फंड से 14.8 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग किया। आईओई के तहत संकाय सदस्यों को एक वर्ष तक देश से बाहर किसी अंतरराष्ट्रीय संस्थान में शोध के लिए मदद देने की योजना भी शुरू की है जिसमें अब तक 10 शिक्षकों को मंज़ूरी दी जा चुकी है। साथ ही 83 संकाय सदस्यों ने आईआईएम एवं आईआईटी में नेतृत्व में विकास कार्यक्रमों में प्रतिभागिता की है। पिछले लगभग 15 महीनों में 500 प्रशासनिक कर्मियों को 6000 घंटों का कौशल विकास प्रशिक्षण दिया गया है।
कुलपति ने विद्यार्थियों के विकास और कल्याण के लिए आरंभ योजनाओं की भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि 15 पीएचडी शोधार्थियों को विदेश में स्थित अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में एक सेमेस्टर तक अनुसंधान के लिए अनुदान की अनुमति दी गई है। इसी योजना में 23 शोधार्थियों के भारत के संस्थानों में एक सेमेस्टर बिताने की मंज़ूरी मिली है। 203 पीएचडी स्कॉलर्स को विदेश में शोधपत्र प्रस्तुत करने के लिए अनुदान दिया जा रहा है। टीच फॉर बीएचयू योजना से 125 पीएचडी शोधार्थी लाभान्वित हुए और 320 परास्नातक विद्यार्थियों को सर्वपल्ली राधाकृष्णन इंटर्नशिप प्राप्त हुई है।
कुलपति ने बताया कि छात्रावासों की क्षमता बढ़ाने के साथ ही 330 आवासों का नवीनीकरण भी किया जा रहा है। वर्तमान शैक्षणिक भवनों की मरम्मत और कक्षाओं, प्रयोगशालाओं और कार्यालयों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इस दौरान बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो. राकेश भटनागर, राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन संस्थान से प्रो. मनीषा प्रियम और आईआईटी कानपुर से प्रो. अजित चतुर्वेदी भी उपस्थित रहे।
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