महाकुंभ खत्म होते ही प्रयागराज में रमजान के लिए बाजार गुलजार, आज से शुरू होगी तरावीह
- मुकद्दस माह रमजान को लेकर बाजरों में रौनक बढ़ गई है। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सहरी और रोजा इफ्तार की तैयारियों को लेकर बाजारों का रुख किया। जरूरतों के सामान खरीदे। इसे लेकर शुक्रवार को बाजारों में दिनभर भीड़ रही।

मुकद्दस माह रमजान को लेकर बाजरों में रौनक बढ़ गई है। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सहरी और रोजा इफ्तार की तैयारियों को लेकर बाजारों का रुख किया। जरूरतों के सामान खरीदे। इसे लेकर शुक्रवार को बाजारों में दिनभर भीड़ रही। कटरा, कोतवाली, नखास कोहना, चौक, घंटाघर, लोकनाथ फलमंडी, रोशनबाग, नूरउल्लाह रोड, करेली में लोग खरीदारी करने में लगे रहे। किसी ने पापड़, चिप्स, फल, ब्रेड, नमकीन खरीदे तो किसी ने ने इफ्तारी बनाने के लिये प्याज, टमाटर, मैदा, दाल, चना खरीदा। वहीं बच्चों में भी रमजान को लेकर खासा उत्साह है। उन्होंने भी परिजनों संग अपनी पसंद से खाने-पीने की चीजें खरीदीं।
पसंद आ रहे अजुआ, अंबर, मखदूमी
खजूरों की भी अनेक वेरायटी है। लोग अपनी पसंद के मुताबिक इनकी खरीदारी करते हैं। चूंकि रमजान में खजूर से रोजा खोलने का विशेष महत्व है जिसे लेकर बाजारों में खजूर की बिक्री भी तेज हो गई है। बाजारों में अजुआ, अंबर, मबरूम, कल्मी, मखदूमी, शुकरी रुतब, बरनी, बूमन समेत अन्य कई वेरायटी के खजूर उपलब्ध हैं। ग्राहक इन्हें पसंद कर रहे हैं। खजूर कारोबारी अफजाल जज्ची ने बताया कि ईरान, सऊदी, मदीने के खजूरों की डिमांड बढ़ी है।
बाजारों में इनकी कीमत 400 रुपये से लेकर 1600 रुपये प्रति किलोग्राम तक है। दुकानदार साजिद हनफी बताते हैं कि उनके पास खजूरों की लिबर्टी, कीमिया, जबील, फर्द, यंबू समेत अन्य वेरायटी उपलब्ध है। इनकी कीमत 200 रुपये से लेकर 800 रुपये प्रति किलोग्राम तक है। ग्राहकों की मांग के आधार पर अन्य वेरायटी के खजूर भी मंगाएंगे।
छह सौ रुपये तक सूतफेनी
रमजान आते ही बाजारों में सूतफेनी की बिक्री बढ़ी है। दुकानदार ग्राहकों की मांग अनुसार सूतफेनी बनवाकर बाजारों में बेच रहे हैं। शुक्रवार को कोतवाली, नखास कोहना, चौक की दुकानों पर लोग इसकी खरीदारी करते रहे। दुकानदार आसिफ ने बताया कि सफेद सूतफेनी 200 रुपये प्रति किग्रा बिक रही है। वहीं भुनी लाल सूतफेनी 250 और देसी घी से बनी सूतफेनी 600 रुपये प्रतिकिग्रा तक बिक रही है। इसके अलावा मोटी और महीन सूतफेनी भी ग्राहक पसंद कर रहे हैं।
आज से शुरू होगी तरावीह
सुन्नी मरकजी रुयते हिलाल कमेटी क़दीम के सद्र मुफ्ती मोहम्मद मुजाहिद हुसैनी रजवी व नायब सद्र मौलाना सैय्यद रईस अख्तर हबीबी ने शुक्रवार को रमज़ान उल मुबारक के चांद न होने की तस्दीक कर दी है। उम्मुल बनीन सोसायटी के महासचिव सैय्यद मोहम्मद अस्करी ने बताया कि शिया व सुन्नी समुदाय की ओर से जारी पत्र में माहे रमजान के चांद के संबंध में स्पष्ट कर दिया है कि शनिवार को माहे शाबान की तीस होगी और माहे रमजान का मुक़द्दस महीना रविवार दो मार्च से शुरू होगा।
वहीं अब शनिवार से ईशा की नमाज के बाद मस्जिदों में तरावीह की विशेष नमाज़ शुरू हो जाएगी। जिसे लेकर सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है। । शुक्रवार को जुमे की नमाज़ से पहले मस्जिदों में माहे रमजानुल मुबारक की फजीलतों पर बयान हुए। चौक जामा मस्जिद में 27 दिन में तरावीह मुकम्मल की जाएगी। इसी तरह मस्जिद शाह वसी उल्ला में 27 दिन, मस्जिद गौसिया करेली गौसनगर 8 दिन, अबु बकर मस्जिद करेली 27 दिन, मस्जिद हबीबी 10 दिन, शाही मस्जिद सराय धूमनगंज 15 दिन, नूरानी मस्जिद मुंडेरा 7 दिन, बड़ी मस्जिद नीम सराय में 10 दिन की तरावीह का ऐहतेमाम किया गया है।