Prayagraj Weather: महाकुंभ से पहले ठिठुरा प्रयागराज! रात में फिर गिरेगा तापमान, पड़ेगी कड़ाके की ठंड
- प्रयागराज में सोमवार की रात और मंगलवार को दिन में पाला गिरने से शीतलहर और बढ़ गई। तापमान में गिरावट होने और सर्दी से लोग ठिठुरते रहे। यही हाल, बुधवार की सुबह से है। कोहरे और गलन भरी सर्दी से शहर ठिठुर गया है।
प्रयागराज में सोमवार की रात और मंगलवार को दिन में पाला गिरने से शीतलहर और बढ़ गई। तापमान में गिरावट होने और सर्दी से लोग ठिठुरते रहे। यही हाल, बुधवार की सुबह से है। मंगलवार को सूर्यदेव नहीं निकले और सर्द हवाओं से शहर से संगम तक लोग कांपते रहे। दिन का अधिकतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 7.1 डिग्री सेल्सियस कम रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सोमवार को दिन का तापमान 17.5 डिग्री सेल्यिसस था। यानी 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 2.7 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार, आज एक बार फिर तापमान में गिरावट से ठिठुरन बढ़ने के आसार हैं। साथ ही घना कोहरा छाया रहेगा। इस कारण ठंड का प्रकोप जारी रहेगा। महाकुंभ से पहले ठंड कम होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। तापमान में गिरावट से ठिठुरन बढ़ रही है। बुधवार से फिर गलन भरी सर्दी सताएगी।
ठंड से लोग परेशान
ठंड के प्रभाव से जनजीवन प्रभावित रहा। घरों के अलावा शहर के चौराहों और कार्यालयों में अलाव व हीटर जलाकर लोग तापते रहे। सुबह और शाम घना कोहरा छाया रहा। दो पहिया से चलने वालों को अधिक परेशानी हुई। शीतलहर चलने से जरूरी कार्य से ही लोग बाहर निकले। रैन बसेरा के बाहर भी अलाव के पास सुबह से देर रात तक लोग तापते रहे। पार्कों में भीड़ कम रही। ठंड के प्रभाव से बेजुबान जानवर भी परेशान रहे।
तापमान
मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को भी कड़ाके की ठंड पड़ेगी। दिन के तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है। लेकिन रात के तापमान में गिरावट होगी। आज का तापमान फिर कम होगा। आज, प्रयागराज में अधिकतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया जाएगा।
अस्पतालों की ओपीडी में लगी कतार
मौसम में उतार चढ़ाव से अस्पताल में मंगलवार को मरीजों की कतार लगी रही। एसआरएन अस्पताल की ओपीडी में 2200 मरीज पहुंचे। इसमें मेडिसिन विभाग, हृदय रोग और त्वचा रोग की ओपीडी में मरीज अधिक रहे। इमरजेंसी वार्ड में बेचैनी, घबराहट के साथ ही सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीज अधिक रहे। बेली और कॉल्विन अस्पताल में अस्थमा व ठंड से पीड़ित मरीजों की कतार लगी रही। एसआरएन में अस्पताल में नई ओपीडी के पास जांच के सैंपल जमा करने व रिपोर्ट लेने की खिड़की खुलने से राहत मिली। महाकुम्भ के केंद्रीय अस्पताल में 900 से अधिक मरीज ओपीडी पहुंचे।