महाकुंभ में देश के राज्यों की झलक दिखेगी, शिविर लगाने के लिए आमंत्रित किए राज्य
- प्रयागराज महाकुंभ 2025 में देश के राज्यों की झलक दिखेगी। राज्यों को मेला क्षेत्र में शिविर लगाने के लिए आमंत्रित किया गया है। महाकुम्भ मेला क्षेत्र के अलग-अलग सेक्टरों में इनके शिविर बनाए जाएंगे।
यूपी के प्रयागराज में लगे महाकुम्भ मेला क्षेत्र में देश के अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झलक भी देखने को मिलेगी। प्रयागराज मेला प्राधिकरण और प्रदेश सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मेला क्षेत्र में अपने-अपने राज्य का शिविर लगाने के लिए आमंत्रित किया है। इसके पीछे उद्देश्य मेला क्षेत्र में देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं को दूसरे राज्यों की कला-संस्कृति से परिचित कराना है। महाकुम्भ मेला क्षेत्र 25 सेक्टर में विभाजित किया गया है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शिविर के लिए अलग-अलग सेक्टर में स्थान दिए जाएंगे।
इन राज्यों से महाकुम्भ में आने वाले विशिष्ट लोगों को इन शिविरों में ठहराया जाएगा। उस राज्य से संबंधित सांस्कृतिक गतिविधियां भी शिविर में संचालित की जाएंगी। शिविर इस तरह से बनाए जाएंगे ताकि वहां रहने वाले लोगों को अपने राज्य में ही रहने की अनुभूति हो सके। जैसे राजस्थान के शिविर में किला को विशेष रूप से दर्शाने की तैयारी की जा रही है तो बंगाल के शिविर में कालीघाट मंदिर, सुंदरवन के दृश्य को उकेरा जाएगा।
इसी तरह महाराष्ट्र के शिविर में मराठा योद्धाओं के दृश्य होंगे। डीएम कुम्भ विजय किरन आनंद का कहना है कि अलग-अलग राज्यों से आने वाले लोगों के लिए मेला क्षेत्र में प्रबंध किए जा रहे हैं। 14 जनवरी को मकर संक्रांति के स्नान के बाद मौनी अमावस्या का अगला स्नान 29 जनवरी को है। माना जा रहा है कि अलग-अलग राज्यों के लोग इसी अवधि में महाकुम्भ मेला क्षेत्र में आएंगे।