महाकुम्भ में स्वास्थ्य, ज्ञान और पर्यावरण का भी कुम्भ सजेगा, नेत्र और दंत कुंभ समेत कई बड़े कार्यक्रम
- महाकुम्भ में स्वास्थ्य, ज्ञान और पर्यावरण का भी कुम्भ लगेगा। इस बार मेला क्षेत्र में कुम्भ नाम से कई बड़े कार्यक्रम आयोजित होंगे। नेत्र कुम्भ में पांच लाख नेत्र रोगियों का इलाज होगा। देशभर के प्रतिष्ठित चिकित्सक दंत कुम्भ लगाएंगे। ज्ञान कुम्भ में एक हजार कुलपति और शिक्षाविद जुटेंगे।
संगम की रेती पर बसी अध्यात्म की नगरी में स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण और समाजसेवा का भी कुम्भ लगेगा। 13 जनवरी से 26 फरवरी तक लगने वाले मेले में जहां देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाएंगे, वहीं समाज के प्रति समर्पित संस्थाएं और जुनूनी लोग प्रकृति एवं मानवमात्र की सेवा का संकल्प पूरा करते दिखाई देंगे। यहां लाखों नेत्र और दंत रोगियों का नि:शुल्क इलाज होगा तो ज्ञान की त्रिवेणी भी प्रवाहमान होगी। प्रस्तुत है 'मानवता की अमूर्त धरोहर-महाकुम्भ' में कई कुम्भ के आयोजन पर एक रिपोर्ट-
नेत्र कुम्भ में पांच लाख नेत्र रोगियों की होगी जांच
महाकुम्भ के सेक्टर छह बजरंग मार्ग पर रविवार को नेत्र कुम्भ का उद्घाटन हुआ। नौ एकड़ क्षेत्र में लगे शिविर में 150 से अधिक अस्पतालों के 500 से अधिक डॉक्टर पांच लाख नेत्र रोगियों का उपचार करेंगे। साथ ही तीन लाख जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क चश्मे वितरित किए जाएंगे। 50 हजार लोगों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जाएगा। 2019 कुम्भ के दौरान 1.5 लाख लोगों को चश्मा और तीन लाख लोगों की जांच के साथ लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान बनाया था। आयोजन समिति की मीडिया कोआर्डिनेटर डॉ. कीर्तिका अग्रवाल के अनुसार यदि डॉक्टर किसी मरीज को रेफर करेंगे तो वह अपने जिले या घर के करीब स्थित अस्पताल में जब चाहें ऑपरेशन करा सकेंगे। डॉक्टर मरीजों को एक रेफरल कार्ड देंगे।
दंत कुम्भ में 47 दिन होगा पीड़ितों का नि:शुल्क इलाज
नेत्र कुम्भ की तर्ज पर पहली बार महाकुम्भ में लगने वाले दंत कुम्भ में 47 दिनों तक पीड़ितों का नि:शुल्क उपचार होगा। विश्व हिंदू परिषद के पुराना जीटी रोड सेक्टर 18 स्थित मेला शिविर में विहिप एवं नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन की ओर से दस जनवरी से 26 फरवरी तक दंत कुम्भ लगाया जाएगा। विहिप काशी प्रांत के अध्यक्ष कवींद्र प्रताप सिंह के अनुसार, शिविर में पांच डेंटल चेयर लगेंगी। सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक ओपीडी चलेगी। प्रतिदिन प्रति चेयर 500 लोगों का दंत परीक्षण करने का लक्ष्य है। चिकित्सक शिफ्टवार अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। श्रद्धालुओं को नि:शुल्क माउथ वॉश, टूथ पेस्ट, ब्रश आदि उपलब्ध कराया जाएगा।
ज्ञान कुम्भ में होगा देशभर के शिक्षाविदों का संगम
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास की ओर से सेक्टर आठ में लगाए जा रहे ज्ञान महाकुम्भ में देशभर के शिक्षाविदों का संगम होगा। इस दौरान एक हजार से अधिक प्रमुख शिक्षाविद, विश्वविद्यालयों के कुलपति, केंद्र और राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री, सचिव स्तर के अधिकारी और देशभर के शिक्षाविद राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर मंथन करेंगे। ज्ञान कुम्भ का उद्घाटन 10 जनवरी को होगा। सात से नौ फरवरी तक 'भारतीय शिक्षा: राष्ट्रीय संकल्पना' विषय पर शिक्षाविदों का समागम होगा। सात फरवरी को निजी शैक्षिक संस्थाओं की भूमिका पर राष्ट्रीय सम्मेलन, आठ फरवरी को महिला सम्मेलन, छात्र सम्मेलन और आचार्य सम्मेलन तथा भारतीय ज्ञान परंपरा और भारतीय भाषा पर राष्ट्रीय संगोष्ठी होगी। न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने बताया कि नौ फरवरी को शासन-प्रशासन की शिक्षा में भूमिका पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन होगा।
ग्रीन कुम्भ का संदेश देने को बांट रहे 15 लाख स्टील की थाली
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पर्यावरण गतिविधि से जुड़े स्वयंसेवकों ने 'एक थैला, एक थाली' पहल की है। इसके तहत महाकुम्भ में 15 लाख थाली और 20 लाख थैले नि:शुल्क वितरित किए जा रहे है। दिसंबर के तीसरे सप्ताह से शुरू अभियान में अब तक मेला क्षेत्र में भंडारा और अन्न क्षेत्र चलाने वाली संस्थाओं के साथ अन्य बड़े शिविरों में डेढ़ लाख से अधिक स्टील की थालियां बांटी जा चुकी हैं। थैलों को देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं के बीच बांटा जाएगा। सेक्टर आठ स्थित ज्ञान महाकुम्भ के शिविर में 31 जनवरी को हरित महाकुम्भ का आयोजन भी होगा।
झुग्गी झोपड़ी के बच्चे परिवार संग करेंगे महाकुम्भ दर्शन
आरएसएस की संस्था विद्या भारती से जुड़े स्वयंसेवक झुग्गी झोपड़ी के बच्चों को परिवार संग महाकुम्भ दर्शन कराएंगे। विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र की ओर से महाकुम्भ मेले के गंगेश्वर मार्ग सेक्टर नंबर नौ में शिविर लगाया गया है। शिविर में देशभर से सेवा बस्तियों में संचालित संस्कार केद्रों के छात्र-छात्राएं उपस्थित होंगे। विद्या भारती काशी प्रांत के प्रचार प्रमुख और ज्वाला देवी इंटर कॉलेज सिविल लाइंस के प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर सिंह परिहार ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के चारों प्रान्तों (अवध, गोरक्ष, कानपुर एवं काशी) के संस्कार केंद्रों में पढ़ने वाले झुग्गी झोपड़ी के बच्चों और उनके अभिभावकों को 11 से 14 जनवरी तक महाकुम्भ दर्शन कराया जाएगा।
श्रमिक परिवार के बच्चों के लिए लगा विद्या कुम्भ
महाकुम्भ मेले में बेसिक शिक्षा विभाग और एजुकेट गर्ल्स, बैंक ऑफ बड़ौदा और शिव नाडर संस्था की ओर से विद्या कुम्भ अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत ‘विद्या कुम्भ’ विशेष प्राथमिक विद्यालय, सैनिटेशन कॉलोनी-2 समेत मेला क्षेत्र में पांच स्कूल स्थापित किए गए हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि इस पहल के जरिए मेले में आए श्रमिक परिवारों के बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ उनके जीवन कौशल को सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे उनके व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा।