UP Rain: यूपी के इस इलाके में 17 घंटे से लगातार बारिश, किसान बेहाल, फसलों को भारी नुकसान
यूपी का बुंदेलखंड इलाका हमेशा पानी के लिए तरसता रहता है। यहां पीने के लिए भी पानी कभी टैंकरों से भेजे जाते हैं तो कभी रेलगाड़ियां पानी पहुंचाती हैं। बारिश बेहद कम होने से लोग परेशान रहते हैं। लेकिन इधर उल्टा हो गया है। बुंदेलखंड के झांसी में पिछले 17 घंटे से लगातार बारिश का दौर जारी है।
उत्तर प्रदेश का बुंदेलखंड इलाका हमेशा पानी के लिए तरसता रहता है। यहां पीने के लिए भी पानी कभी टैंकरों से भेजे जाते हैं तो कभी रेलगाड़ियां पानी पहुंचाती हैं। बारिश बेहद कम होने से लोग परेशान रहते हैं। लेकिन इधर उल्टा हो गया है। बुंदेलखंड के झांसी में पिछले 17 घंटे से लगातार बारिश का दौर जारी है। लगातार बारिश के कारण एक ओर महानगर में जगह जगह जलभराव की स्थिति पैदा हो गयी है और सड़कों पर पानी भरने से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं ग्रामीण इलाकों में किसान खेत में खड़ी दलहन और तिलहन की फसल को हुए बड़े नुकसान की आशंका से बुरी तरह परेशान हैं।
इस संबंध में मौसम वैज्ञानिक एके सिंह ने बुधवार को बताया कि इस समय एक निम्न दबाव का क्षेत्र इस इलाके पर छाया हुआ है। इसके प्रभाव में लगातार बारिश हो रही है। इस निम्न दबाव क्षेत्र का विस्तार झांसी जनपद से लेकर मध्य प्रदेश और दिल्ली तक है। साथ ही साथ इसी समय पश्चिमी विक्षोभ का भी असर बुंदेलखंड में दिखायी दे रहा है और इन दो कारणों से ही पिछले लगभग 16 से 17 घंटों से लगातार बारिश हो रही है।
उन्होंने बताया कि यह लगातार बारिश का दौर कल तक यूं ही बादस्तूर जारी रहेगा। इसके बाद स्थानीय निम्न दबाव का क्षेत्र और इस पर पड़ने वाला पश्चिमी विक्षोभ का असर कुछ कम होगा। इसके बाद इलाके में लगातार बारिश की रफ्तार थमेगी। इसके बाद भी अगले तीन चार दिन रूक रूक कर बारिश होने के आसार हैं।
डॉ़ सिंह ने इस बेमौसमी बारिश को फसलों के लिए बहुत नुकसानदायक बताया। उन्होंने कहा कि सितंबर का माह मानसून वापसी का समय है और पीछे लौटे मानसून में सूखी हवाओं के कारण आमतौर पर देश के लगभग मध्य भाग में स्थित इस क्षेत्र में बारिश की संभावना न के बराबर होती है लेकिन इस बार इस क्षेत्र में बने नम्नि दबाव के क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में लगातार बारिश हो रही है।
उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड में इस समय किसान दलहन और तिलहन की फसल खेतों में लगाये हैं कुछ अच्छे आय स्तर के किसान धान भी बोये हुए हैं। धान किसानों के लिए तो यह बारिश अमृत के समान है लेकिन बहुसंख्यक दलहन और तिलहन किसानों को इस बारिश से भारी नुकसान होगा। खेतों में पानी भर जाने से मूंग, तिल और मूंगफली की फसलों को बड़ा नुकसान होगा। फसल खेत में सड़ जाने की आशंका है।
दूसरी ओर महानगर में सड़के नदियां बन गयीं हैं। तेज बरसात का पानी सड़कों पर नदियों के समान बह रहा है। कई निचली कालोनियों के निवासियों के सिर पर घर में बारिश का पानी घुस आने का खतरा मंडराने लगा है। यहां वहां लगे गणेश पंडालों में भी जलभराव की स्थिति पैदा हो गयी है। इस बीच युवा और बच्चे सड़कों पर बह रहे बरसाती पानी में मजा लेते भी नजर आये।