अनारक्षित रेल टिकट 15 दिन पहले खरीद सकेंगे, महाकुंभ के लिए रेलवे ने दी बड़ी राहत
प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ के लिए रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दी है। पहली बार श्रद्धालु अनारक्षित टिकट 15 दिन पहले बुक कर सकेंगे। अब तक अनारक्षित टिकट तीन दिन पहले तक ही लिए जा सकते हैं।
प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ के लिए रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दी है। पहली बार श्रद्धालु अनारक्षित टिकट 15 दिन पहले बुक कर सकेंगे। अब तक अनारक्षित टिकट तीन दिन पहले तक ही लिए जा सकते हैं। वहीं, टिकट कैंसिल करने की समयसीमा को भी तीन घंटे से बढ़ाकर छह घंटे कर दिया गया है। यानि श्रद्धालु टिकट लेने के छह घंटे के भीतर उसे कैंसिल कराकर रिफंड ले सकेंगे।महाकुंभ के दौरान एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेलवे ने विशेष तैयारियां की हैं। उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे ने मिलकर 45 दिनों में कुल 13,234 ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है। इनमें 1800 छोटी दूरी, 700 लंबी दूरी और 560 रिंग रेल सेवाएं शामिल हैं।
उत्तर मध्य रेलवे के जीएम उपेंद्र चंद्र जोशी ने सोमवार को महाकुम्भ की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान डीआरएम हिमांशु बडोनी, आईजी आरपीएफ एएन सिन्हा समेत अन्य अफसर मौजूद रहे। जीएम ने बताया कि 2019 के कुम्भ में अधिकतम श्रद्धालु प्रयागराज जंक्शन से यात्रा के लिए पहुंचे थे। आंकड़ों के मुताबिक करीब 45-50 प्रतिशत यात्रियों ने प्रयागराज जंक्शन से, 18 प्रतिशत ने फाफामऊ, 12 प्रतिशत ने झूंसी और 20 प्रतिशत ने अन्य स्टेशनों से यात्रा की थी। इस बार इन आंकड़ों के आधार पर व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाया गया है।
सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन में एआई
रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए 18 हजार अतिरिक्त फोर्स और 116 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित सुरक्षा तंत्र लगाए हैं। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी होगी और संदिग्धों की पहचान के लिए एआई फोटो पहचान प्रणाली का उपयोग किया जाएगा। 2019 में 11 यात्री आश्रय थे जिसे बढ़ाकर अब 28 कर दिया गया। इनमें एक साथ 1.3 लाख श्रद्धालुओं को ठहरने की सुविधा देंगे। भीड़ बढ़ने पर खुसरोबाग में पहली बार 50 हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है।
एक दिन में 10 लाख टिकट
जीएम ने बताया कि 560 काउंटरों से रोजाना 10 लाख श्रद्धालुओं को टिकट प्रदान किए जाएंगे। मेला से लेकर सभी रेलवे स्टेशन व यात्री आश्रय में कलर टिकट की सुविधा होगी। भीड़ प्रबंधन के लिए सिविल लाइंस से निकासी और सिटी साइड से प्रवेश होगा। श्रद्धालुओं को डायवर्जन की जानकारी पंफ्लेट्स और 12 भाषाओं में उद्घोषणा के जरिए दी जाएगी। हर रेलवे स्टेशन पर मेडिकल सुविधाएं और जंक्शन पर मिनी अस्पताल बनाया गया है। एनडीआरएफ और स्पेशल रेस्क्यू टीम भी तैयार हैं। फायर टेंडर भी हर जगह मौजूद रहेगा।