यूपी में फिर चली तबादला एक्सप्रेस, छह आईएएस अफसर इधर से उधर, संयुक्ता को अतिरिक्त प्रभार
यूपी की योगी सरकार ने एक बार फिर सोमवार की शाम आईएएस अफसरों के तबादले की सूची जारी की। इस बार छह आईएएस अफसरों को इधर से उधर किया गया है।

यूपी की योगी सरकार ने सोमवार की रात 6 आईएएस अफसरों के तबादले कर दिए। संयुक्ता समद दार को प्रमुख सचिव राजनीतिक पेंशन एवं नागरिक सुरक्षा के साथ अल्पसंख्यक कल्याण एवं मुस्लिम वक्फ विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। दिव्य प्रकाश गिरी विशेष सचिव आबकारी से विशेष सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति बनाए गए हैं। देवेंद्र कुमार कुशवाहा विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा से विशेष सचिव आबकारी बनाया गया है। रजनीश चंद्र विशेष सचिव समाज कल्याण विभाग से विशेष सचिव ग्राम्य विकास विभाग बनाए गए हैं। राजेंद्र सिंह विशेष सचिव ग्राम्य विकास विभाग से विशेष सचिव समाज कल्याण विभाग और पूजा यादव प्रतीक्षारत से सचिव उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड बनाई गई हैं।
तीन आईपीएस प्रतिनियुक्त पर जाएंगे
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के तीन आईपीएस अधिकारी केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर जायेंगे। इन्हें यूपी सरकार ने एनओसी जारी कर दी है। इन अफसरों में कानपुर के पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार, एडीजी मुख्यालय आनन्द स्वरूप और सहारनपुर के एसएसपी रोहित सजवाण शामिल है। जल्दी ही इनके स्थान पर नई तैनाती कर दी जाएगी।
पिछले सोमवार की रात भी योगी सरकार ने आईपीएस और आईएएस अधिकारियों के बड़े पैमाने पर तबादले किए थे। इसमें कई जिलाधिकारियों के साथ ही 33 आईएएस अफसरों को इधऱ से उधर किया गया था। वाराणसी, हापुड़, आजमगढ़, बरेली, अंबेडकरनगर,गाजीपुर, झांसी, महोबा, कुशीनगर, संत कबीर नगर और भदोही के जिलाधिकारी और वाराणसी के मंडलायुक्त को नई जिम्मेदारी दी गई थी। वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा को सीएम योगी ने अपना सचिव बनाया था। वाराणसी में डीएम एस राजलिंगम को वहीं पर कौशल राज शर्मा की जगह कमिश्नर बना दिया गया था। कौशल राज शर्मा भी इसी तरह वाराणसी में डीएम से कमिश्नर बने थे।
लंबे समय से सूचना निदेशक के पद पर तैनात रहे शिशिर को विशेष सचिव बनाकर सूक्ष्म लघु एवं मंध्यम विभाग में भेजा गया है। उनकी जगह भदोही के डीएम विशाल सिंह को सूचना निदेशक के अलावा शिशिर के पास रहे सभी कार्य दिए गए हैं। विशाल सिंह की गिनती काशी और अयोध्या को संवारने वाले अधिकारी में होती है। काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर और अयोध्या में राममंदिर निर्माण के दौरान विकास प्राधिकरण की जिम्मेदारी विशाल सिंह के पास रही है। अयोध्या से ही उन्हें भदोही का डीएम बनाकर भेजा गया था।