शराब-बियर दुकानदारों से हर महीने रिश्वत मांग रहे थे आबकारी निरीक्षणक, मंत्री तक पहुंच गया सबूत, निलंबित
मऊ में तैनात आबकारी निरीक्षक जिले की शराब और बियर की दुकानों से रिश्वत ले रहे थे। सबूतों के साथ शिकायत आबकारी एवं मद्य निषेध राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल तक पहुंच गई। उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
मऊ में तैनात आबकारी निरीक्षक जिले की शराब और बियर की दुकानों से रिश्वत ले रहे थे। उनके खिलाफ लगातार शिकायतें आला अधिकारियों तक हो रही थीं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बीच सबूतों के साथ शिकायत प्रदेश के आबकारी एवं मद्य निषेध राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल तक पहुंच गई। मंत्री के निर्देश पर जिला आबकारी अधिकारी जेजे प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है। जेजे प्रसाद के विरुद्ध हर महीने के प्रारम्भ में सभी दुकानों की लॉग इन आईडी (शॉप आईडी) से डिस्पैच पर रोक लगाने और ठेकेदारों से रिश्वत मांगने की शिकायतें थीं।
जेजे प्रसाद की शिकायत मिलने पर संयुक्त आबकारी आयुक्त गोरखपुर को जांच सौंपी गई थी। प्रथम दृष्ट्या जेजे प्रसाद दोषी पाए गए। इस पर मंत्री ने जेजे प्रसाद को निलम्बित करने और इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया है।
आबकारी मंत्री ने कहा है कि मुख्यमंत्री एवं सरकार की मंशा भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेन्स की है। इसके अनुपालपन में अधिकारी अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के सम्यक निर्वहन के लिए अत्यन्त ही ईमानदारी, निष्ठा एवं विभागीय हित में कार्य करें। शासकीय कार्यों में लापरवाही, उदासीनता या भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।