डिंपल को बंपर बढ़त के बीच बेटे संग मुलायम के समाधि स्थल पर पहुंचे शिवपाल, बोले-नेताजी का जलवा कायम है
मैनपुरी लोकसभा सीट पर बहू डिंपल यादव की बंपर बढ़त के बीच चाचा शिवपाल सिंह यादव की पत्नी सरला यादव उनसे मिलने सैफई पहुंची हैं। इस बीच शिवपाल सिंह यादव की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
मैनपुरी लोकसभा सीट पर बहू डिंपल यादव की बंपर बढ़त के बीच शिवपाल सिंह यादव अपने बेटे संग सैफई में मुलायम सिंह यादव के समाधि स्थल पर पहुंचे। उन्होंने वहां फूल चढ़ाए और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को श्रद्धांजलि दी। शिवपाल ने कहा कि मैनपुरी की जनता ने बता दिया है कि नेताजी का जलवा आज भी कायम है। उन्होंने बीजेपी सरकार और प्रशासन पर सपा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता ने इसकी प्रतिक्रिया में इतना वोट दिया कि हमारा ही पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि मेरा रिकॉर्ड 90 हजार वोटों का था। डिंपल को जसवंतनगर से 1.10 लाख की बढ़त मिल चुकी है। आगे और कुछ राउंड हैं।
ईवीएम पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए शिवपाल ने कहा कि उन्होंने कभी इस पर संदेह नहीं जताया है। शिवपाल ने कहा कि हम अब हमेशा एक रहेंगे। चाहे जो चुनाव होगा परिवार एक रहेगा। परिवार एक होकर लड़ा इसलिए बहू की बड़ी जीत हुई है। रामपुर पर एक सवाल के जवाब में शिवपाल ने कहा कि भयानक उत्पीड़न के बाद भी वहां सपा की जीत हो रही हैै। बीजेपी सरकार ने सपा के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया, वोट कम करने की प्रशासन ने कोशिश की, जिसे जनता ने चैलेंज के तौर पर लिया और जमकर वोट किया।
डिंपल से मिलने पहुंची सरला यादव
इस बीच शिवपाल की पत्नी सरला यादव भी डिंपल यादव से मिलने सैफई पहुंची हैं। शिवपाल ने बेहद सधे अंदाज में जीत का श्रेय पार्टी कार्यकर्ताओं और मैनपुरी की जनता को दिया है। हालांकि राजनीतिक गलियारों में मैनपुरी की बड़ी बढ़त के पीछे शिवपाल सिंह यादव का बड़ा योगदान माना जा रहा है। उनके विधानसभा क्षेत्र जसवंतनगर में सवा 12 बजे तक डिंपल यादव एक लाख से अधिक वोटों की लीड पा चुकी थीं। इतनी बड़ी बढ़त के बाद क्या उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी? इस सवाल पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उसे पूरा करेंगे।
एक निजी चैनल से बातचीत में शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि हम सब नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के आदर्शों पर चलने वाले लोग हैं। सपा ने यहां जो विकास किया है यह जीत उसी की देन है। उन्होंने कहा कि एक लाख की लीड हो चुकी है। निश्चित ही इस बार की जीत बहुत बड़ी होगी।
यादव परिवार का एका
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव में यादव परिवार की विरासत की जंग के नाम पर एकजुट हुए अखिलेश और शिवपाल सिंह यादव क्या भविष्य में भी साथ रहेंगे? गुरुवार को मैनपुरी की बढ़त के बीच भाजपा नेता जहां इसे लेकर सवाल उठा रहे हैं वहीं समाजवादी खेमे से कहा जा रहा है कि चाचा-भतीजा के बीच कभी दूरियां थीं ही नहीं। सपा नेता आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा फूट डालने की कोशिश करती रहती है। सपा नेता भविष्य में भी एकजुटता के प्रति आश्वस्ति दिखा रहे हैं। वहीं शिवपाल ने भी पूरे चुनाव अभियान के दौरान परिवार के एका की बात की तो बहू डिंपल की भारी बढ़त की खबरों के बीच भी कहा कि उन्हें आगे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उसे पूरा करेंगे।