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Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़शामलीShamli Municipality Board Meeting Concludes in Minutes Amidst Controversy and Police Presence

पुलिस सुरक्षा में चंद मिनटों की बोर्ड बैठक में पांच करोड़ के प्रस्ताव पारित

शामली नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक पुलिस सुरक्षा के बीच चंद मिनटों में समाप्त हो गई। बैठक में पांच करोड़ रुपये के विकास कार्यों के प्रस्ताव पारित किए गए। कुछ सभासदों ने चर्चा की मांग की लेकिन...

Newswrap हिन्दुस्तान, शामलीThu, 19 Sep 2024 06:35 PM
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पुलिस सुरक्षा के बीच शामली नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक चंद मिनटों में संपन्न हो गई। इन मिनटों में पांच करोड़ के विकास कार्यों के प्रस्ताव पारित कर दिए गए। एक गुट के सभासद विस्तार से प्रस्ताव पर परिचर्चा की मांग करते रहे, लेकिन प्रस्ताव पारित होते ही चेयरमैन और ईओ सभागार से चले आए। सभासदों ने चार मिनटों में पांच करोड़ के विकास कार्यों के प्रस्ताव पारित कर सदस्यों के अधिकारों के हनन का आरोप लगाया है। गुरुवार को दोपहर तीन बजे शामली नगर पालिका परिषद बोर्ड बैठक का समय निर्धारित किया गया था। तीन बजे से पहले ही अधिकांश सभासद पालिका सभागार में पहुंच गए थे। नगर पालिका चेयरमैन अरविंद संगल एवं ईओ रामेंद्र सिंह भी ठीक तीन बजे सभाकक्ष में उपस्थित हुए। अध्यक्ष की अनुमति के बाद बोर्ड बैठक की प्रक्रिया प्रारंभ की गई।

ईओ रामेंद्र सिंह बोर्ड बैठक के एजेंडे में शामिल प्रस्ताव पढ़ते गए और उन्हे ध्वनि मत से पारित किया जाता रहा। चंद मिनटों में ही उन्होंने चारों प्रस्ताव पढ़ दिए और सभी प्रस्ताव पारित हो गए। इनमें हर वार्ड में बीस लाख रुपये के विकास कार्यों का प्रस्ताव के विकास के प्रस्ताव शामिल है। पालिकाध्यक्ष अरविंद संगल ने बताया कि सभी 25 वार्डों में 20-20 लाख रुपये के प्रस्ताव सभासदों से मांगे गए थे। कुछ सभासदों के प्रस्ताव आए गए है दूसरे दिन सभासदों ने अभी तक प्रस्ताव नहीं दिए, वह भी अपने प्रस्ताव दे सकते है। इस तरह से सभी वार्डों में समान रूप से विकास कार्य कराए जायेंगे।

इसके अलावा वार्ड के हर खंभों पर स्ट्रीट लाइट लगाने, कर निर्धारण के लिए भवनों का सर्वे कराने के प्रस्ताव पारित किए गए। प्रस्ताव पारित होते ही बोर्ड बैठक संपन्न कर दी गई। जबकि, एक गुट के सभासद निशीकांत संगल, अनिल उपाध्याय, राजीव मलिक, पंकज गुप्ता एवं सेठपाल सिंह प्रस्ताव पर परिचर्चा की मांग कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि जनहित के करोड़ों रुपये के कार्य प्रस्तावित थे लेकिन पालिकाध्यक्ष एवं ईओ ने अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए सभासदों के अधिकारों हनन कर मात्र चार मिनट में सपंन्न कर दी। सभासदों ने जब जनहित के कार्यों के लिए बोर्ड को अवगत कराना चाहा तो पालिकाध्यक्ष एवं ईओ मीटिंग से उठकर चले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि विकास प्रस्ताव पर चर्चा न होने देने में भ्रष्टाचार की बू आ रही है।

बोर्ड बैठक में मुस्तैदी से तैनात रहे पुलिस कर्मी

नगर पालका परिषद के चेयरमैन एवं ईओ और छह सभासदों के बीच चले आ रहे आरोप-प्रत्यारोप को लेकर बोर्ड बैठक में पहले से ही हंगामे अथवा किसी प्रकार के झगड़े की आशंका को लेकर पुलिस बुला रखी थी। बोर्ड बैठक के अंदर चार पुलिस कर्मी मुस्तैदी से तैनात रहे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। चंद मिनटों में हीबोर्ड बैठक संपन्न हो गई।

प्रशासन ने बोर्ड बैठक की वीडियो ग्राफी भी कराई

नगर पालिका में चल रहे विवाद के चलते प्रशासन ने भी बोर्ड बैठक की कार्यवाही की वीडियो ग्राफी का निर्णय पहले ही लिया था। इसलिए बोर्ड बैठक प्रारंभ होने के दौरान से लेकर संपन्न होने तक पूरी प्रक्रिया की वीडियो ग्राफी कराई गई है।

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