Notification Icon
Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़शामलीShamli District Roads in Dismal Condition Potholes Causing Accidents and Economic Loss

मेरी आवाज सुनोः यहां तो पता ही नहीं सड़क में गडढ़े या गडढ़ों में सड़क

शामली जिले की सड़कों की हालत अत्यंत खराब हो गई है। दिल्ली रोड, अजंता चौक और कैराना रोड पर गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिससे वाहन चलाना मुश्किल हो गया है। बारिश के दौरान गड्ढों की गहराई का अंदाजा नहीं लग...

Newswrap हिन्दुस्तान, शामलीThu, 19 Sep 2024 06:40 PM
share Share

जिले की सडकों की हाल बेहाल हो गया है। कई स्थानों पर सडकों हाल यह हो गया है कि गडढों में सडके डूढनी पड रही है। जिसमें शामली शहर के दिल्ली रोड, अजंता चौक, कैराना रोड की हालत बेहद खस्ता हो गई है। अजंता चौक से दिल्ली रोड तक सडक में इतने गहरे गडढे बन गए है कि यहां से वाहनों का निकलना भी मुश्किल हो रहा है। छोटे वाहन चालक को गडढों की गहराई देखकर ही अपना वाहन रोक देते है। बारिश के दिनों में गडढों की गहराई का अंदाजा भी नही हो पाता है। जिस कारण गडढों मंे फंसकर कई वाहन चालकों को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। झिंझाना क्षेत्र के गडडी वाला चौराहा और झिंझाना ऊन मार्ग की हालत भी खराब है। यहां नागरिकों के साथ साथ दुकानदार भी काफी परेशान है। दिनभर उडने वाली धूल के कारण दुकानदारों का व्यापार प्रभावित है और यहां से लोगों ने निकलना भी बंद कर दिया है।

अजंता चौक पर रोजाना पलटती है ई-रिक्शाऐं

शामली शहर के अजंता चौक की हालत बेहद खराब है। सामने रोड़वेज बस स्टेंड है। जहां प्रतिदिन हजारों की संख्या मंे दैनिक यात्री पहुंचते है। यात्री दिनेश, राकेश, शादाब, शमशेर आदि ने बताया कि बस स्टेंड के सामने सडक बेहद खराब हो गई है। ई-रिक्शा या बाईकों से बस स्टेंड पर आने वाले दैनिक यात्री भी परेशान है। सडक में बने गडढों के कारण दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। सडके खराब होने का फायदा अपराधी किस्म के लोग भी उठाते है और यात्रियों की जेब काटकर फरार हो जाते है। कई बार ई-रिक्शाऐं भी गडढों में फंसकर पलट जाती है और यात्री घायल हो जाते है। सडकों का निर्माण बेहद जरूरी है।

दिल्ली रोड गडढों में डूढनी पड रही है सडके

शामली शहर के दिल्ली रोड की हालत पिछले लंबे समय से खराब है। यहां नगर पालिका द्वारा सडकों की मरम्मत तक नही कराई गई। सडक पूरी तरह से खराब हो चुकी है। यहां के दुकानदार महबूब राणा, मुकेश, जनेश्वर, शमीम, दिलशाद, शहनवाज आदि ने बताया कि पिछले पांच सालों से अधिक समय से सडक का निर्माण नही कराया गया। बारिश के बाद सडक पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। यहां वाहन चालने तक का रास्ता नही है। आये दिन हादसे हो रहे है। कई बार नगर पालिका से सडक को गडढा मुक्त कराने की मांग की गई, लेकिन कोई फायदा नही हुआ। अब सडक की हालत यह हो गई है कि इस ओर को कोई आना जाना भी नही चाहता है। कई लोग छोटी गलियांे का सहारा लेकर सफर तय कर रहे है।

कैराना रोड पर गडढों के कारण पूर्व में भी हो चुका है हादसा

शामली शहर के कैराना रोड की हालत भी खराब है। यहां बारिश के दिनों में सडक पर पानी भर जाता है जो कई कई दिनों तक भरा रहता है। इस सडक से कई स्कूलों का रास्ता भी जाता है। प्रतिदिन हजारों बच्चे स्कूल जाते है। पूर्व में उक्त सडक के गडढे में फंसकर एक ई-रिक्शा पलट जाने से छात्रा की मौत भी हो गई थी। यह सडक इंडस्ट्री एरिया में जाने वाली एक मात्र सडक है, जिस से प्रतिदिन हजारों श्रमिक भी गुजरते है और सडक खस्ताहाल होने से हादसों का खतरा भी बना रहता है। सडक के चौडीकरण और निर्माण के लिए कई बार उद्यमियों अंकित गोयल, प्रवीन गर्ग, अशोक बंसल मांग कर चुके है। जिसको बनाया जाना बेहद जरूरी है।

तीन साल से पूरा होने का नहीं नहीं ले रहा ऊन- झिंझाना मार्ग

ऊन में झिंझाना-ऊन-थानाभवन मार्ग को बनवाने की मांग को लेकर तहसील कार्यालय पर पिछले 18 दिनों से धरना चल रहा है। धरने पर बैठक कुलदीप, नफीस राणा, सरदार पालेराम, रविंद्र राणा, कुलबीर आदि का कहना है कि उक्त मार्ग का टेंडर 3 वर्ष पहले छोड़ा गया था। लेकिन ठेकेदार द्वारा कार्य पूरा नहीं किया गया। सड़क में गहरे- गहरे गड्ढे होने के कारण क्षेत्रवासी परेशान है। न तो ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही हुई और न हीं सड़क का निर्माण हो पाया। बच्चे हादसों का शिकार हो रहे है। पिछले 18 दिनों में जिला प्रशासन की ओर से सडक निर्माण कराने का अभी तक कोई आश्वासन भी नही दिया गया। गुरूवार को सपा एमएलसी किरणपाल कश्यप और भाकियू जिलाध्यक्ष कालेन्द्र मलिक भी धरने पर पहुंचे।

झिंझाना कस्बे के अंदर मुख्य मार्ग पूरी तरह गड़ढ़ों में तब्दील

झिंझाना के मैन रोड निवासी वाशु, दीपक कुमार, अमित, पंकज कुमार आदि का कहना है कि पिछले लंबे समय से झिंझाना कस्बे के बीच सडक का निर्माण नही कराया गया। नगरपंचायत सडक को अपनी होने से साफ इंकार करती है। सडक पर बडे बडे गडढे बने हुए है। पूर्व में कई हादसे हो चुके है, जिसमें कई जाने भी जा चुके है। इस मुख्य मार्ग से कीचड़, धूल मिट्टी से निजात दिलाने वाले पालन हार की जनता को तलाश है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें