पानी के बीच खेतों में खड़ी पकी धान को नहीं काट पा रहे किसान
बारिश के चलते धान की फसलें जलमग्न हो गई हैं। किसानों को कटाई के लिए कैम्पेन मशीनें नहीं मिल रही हैं, जिससे फसलें बर्बाद होने के कगार पर हैं। छोटे किसानों को विशेष रूप से समस्याओं का सामना करना पड़ रहा...
लगातार हुई बारिश के चलते धान की पकी फसलों में पानी अभी तक खड़ा है। पानी में खड़ी धान की फसल काटने को मजबूर किसानों को कैम्पेन मशीने नहीं मिल पा रही है, जबकि, पानी के कारण धान की फसल खेतों में बिछ गई है। ऐसे में धान काला पड़ गया है। खेतों में पानी होने के कारण मजदूर से फसल नहीं काट रहे है। विगत सप्ताह भर हुई बारिश धान की फसल बर्बादी के कगार पर है । अधिकांश किसानों की फसले पूरी तरह से पकी खड़ी है परन्तु खेतों में पानी भरा होने से वह उसे काट नहीं पा रहा है । फसले हल्की हवा से ही नीचे गिर गई है। जो पानी मे भीगकर खराब होने लगी है फसलों को पानी के बीच काटने के लिए कैम्पेन मशीन नहीं मिल पा रही है ।
किसान बबलू राणा, सतेन्द्र सिंह का कहना है कि इस क्षेत्र में कैम्पेन मशीने बहुत ज्यादा नहीं है, हरियाणा व पंजाब से किराये पर फसलें काटने वाले उसी क्षेत्र मे फसल काट रहे है, जिसके चलते मशीनें नहीं मिल पा रही है। खास तौर से छोटे किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है । आमतौर पर छोटे किसान मजदूरो के सहारे ही फसल काटते है परन्तु अधिक बारिश होने से फसले जलमग्न है जिसके चलते मजदूर से धान की फसल को नहीं काटा जा सकता है । केवल कैम्पेन मशीन ही कारगार उपाय है जिससे तैयार फसल को बचाया जा सकता है। फसल तैयार है काटने के लिए मशीन नहीं मिल पा रही है जिसके चलते धान से दाना झडकर नीचे गिरना शुरू हो गया है जो किसान को परेशान कर रहा है। वहीं, मौसम विभाग द्वारा बारिश हवा की चेतावनी ने किसानों की रात की नींदे उड़ा रखी है। तुरन्त ही फसल नहीं काटी जाती है तो किसान को काफी नुकसान हो सकता है।
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