उर्दू साहित्य और संगीत का खजाना : प्रो.मोहसिन
जीएफ़ कालेज के उर्दू विभाग ने फ़िराक़ गोरखपुरी पर सेमिनार आयोजित किया। प्राचार्य प्रो. मोहसिन हसन खान ने उर्दू भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला। विभागाध्यक्ष डा. तजमुल हुसैन ने फ़िराक़ की शुद्ध भाषा के...
जीएफ़ कालेज के उर्दू विभाग द्वारा फ़िराक़ गोरखपुरी-शख्सियत और शायर विषय पर सेमिनार किया गया। प्राचार्य प्रो. मोहसिन हसन खान ने कहा कि उर्दू भाषा एक संचार का माध्यम है। यह साहित्य और संगीत का खज़ाना है। उर्दू विभागाध्यक्ष के अध्यक्ष डा. तजमुल हुसैन ने कहा कि जब उर्दू ज़बान पर अरबी-फ़ारसी ज़बानों की तहज़ीब का गहरा असर है, परन्तु फ़िराक़ गोरखपुरी ने परंपरा से हटकर शुद्ध भाषा को स्थान दिया। डा. कौसर जमाल, मसीउल्लाह ने भी फिराक गोरखपुरी की कृत्यों पर विचार व्यक्त किए। छात्र-छात्राओं में मुहम्मद मियां, फरमान चिश्ती, कुलशुम सुल्तान, आयशा खान, आबदा खातून, गजाला, आफताब रजा, बुशरा, जाहिद और सुबूरा, युसरा तज़मीन ने फ़िराक़ गोरखपुरी पर अपने शोध-पत्र पढ़े। श्रेष्ठ शोध-पत्र के लिए खदीजा खान, गजाला, युसरा तजमीन, इल्मा, सुबूरा को सम्मानित किया गया। संचालन डा. मसीउल्लाह ने किया। डा.नसीम अहमद आदि मौजूद रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।