अवैध ढंग से चलता मिला हॉस्पिटल, अर्थदंड लगाकर छोड़ा
Santkabir-nagar News - सिद्धार्थनगर में स्वास्थ्य विभाग ने अवैध अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की है, लेकिन सिर्फ 2500 रुपये का अर्थदंड लगाकर राहत दी गई है। बांसी कस्बे के आर्यनगर में बिना पंजीकरण के अस्पताल का संचालन हो रहा...

सिद्धार्थनगर, हिन्दुस्तान टीम। जनपद में अवैध रूप से संचालित अस्पतालों के विरुद्ध स्वास्थ्य विभाग की दरियादिली बरकरार है। छापेमारी में अवैध अस्पताल के संचालन का खुलासा होने के बाद भी बड़ा एक्शन लेने की बजाए अर्थदंड लगाकर राहत दिया जा रहा है। पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. प्रशांत कुमार मौर्य के औचक निरीक्षण में बांसी कस्बे के आर्यनगर में बिना पंजीकरण के हॉस्पिटल संचालित मिला है। इस अवैध अस्पताल के विरुद्ध एक्शन लेने की बजाए 25 सौ रुपये अर्थदंड लगाकर राहत दे दिया गया है। इससे अवैध संचालकों के हौसले बुलंद हैं। सीएमओ डॉ. रजत कुमार चौरसिया व नैदानिक स्थापना के नोडल अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार ने बांसी कस्बे के आर्यनगर निवासी निधि शुक्ला व वंदना शुक्ला को पत्र जारी किया है।
इसमें उल्लेख किया है कि पांच मार्च को दोपहर के समय पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी ने निधि व वंदना शुक्ला के प्रतिष्ठान/निवास स्थान का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कोई चिकित्सक मौजूद नहीं मिला। भू-तल के कमरे व प्रथम तल के कमरे के निरीक्षण में काफी सारा प्रयोग किया गया सीरिंज, पेशेंट काउच, वेईंग मशीन, थर्मामीटर, ड्रिप स्टैंड, बीपी मशीन आदि मिला है। इसके अलावा निरीक्षण के समय मरीज रीमा पत्नी शिवरतन भर्ती मिली। यह खून आने की शिकायत पर मैडम को दिखाने आई थी, जो मौजूद मिली। इन साक्ष्यों से यह प्रतीत होता है कि उन लोगों द्वारा अवैध रूप से चिकित्सकीय कार्य संचालित किया जाता है। जबकि यह प्रतिष्ठान सीएमओ कार्यालय में पंजीकृत नहीं है। जांच अधिकारी ने दोनों कमरों में मिले सामान की इन्वेंट्री तैयार कराकर ताला बंद करा दिया है। सीएमओ ने नैदानिक स्थापना (रजिस्ट्रीकरण और विनियमन) अधिनियम का हवाला देकर अवैध अस्पताल संचालक के विरुद्ध 25 सौ रुपए का अर्थदंड लगाकर बड़ी कार्रवाई से राहत दे दिया है। विभाग की यह कार्रवाई चर्चा का विषय बना है। बांसी कस्बे के आर्यनगर में अवैध तरीके से अस्पताल संचालित पाया गया है। इस मामले पर विधिक राय ली गई है। किसी का मकान सील नहीं किया जा सकता है। ऐसे में अर्थदंड की कार्रवाई की गई है। आगे अवैध अस्पताल संचालित मिलने पर सील की कार्रवाई की जाएगी। डॉ. रजत कुमार चौरसिया, सीएमओ
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