संभल में बिजली चोरों पर नकेल से 60 फीसदी लोड घटा, हर महीने 4.5 करोड़ कमाई बढ़ने का अनुमान
बिजली चोरी के खिलाफ अभियान से 33/11 पावर सबस्टेशन के 11 केवी फीडरों पर लोड लगभग 60% कम हो गया है। इससे इस क्षेत्र से प्रति माह लगभग 4.5 करोड़ रुपये कमाई बढ़ने का अनुमान है।
संभल में सितंबर से बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के अभियान में 1379 बिजली चोरी की घटनाएं पकड़ी गई हैं। इससे 7.1 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। अब बिजली चोरी के खिलाफ अभियान से 33/11 पावर सबस्टेशन के 11 केवी फीडरों पर लोड लगभग 60% कम हो गया है। इससे इस क्षेत्र से प्रति माह लगभग 4.5 करोड़ रुपये कमाई बढ़ने का अनुमान है। अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा। क्षेत्र में तारों के विशाल जाल के कारण 70% से अधिक बिजली चोरी होती थी। इससे हर महीने बिजली विभाग को भारी नुकसान होता था।
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की तरफ से राज्य में बिजली क्षेत्र में निजीकरण के प्रस्ताव पर समाजवादी पार्टी (सपा) के विरोध का जवाब देते हुए बिजली चोरी के आरोपों के बीच ये आंकड़े सामने आए। मंत्री ने हाल ही में समाप्त हुए शीतकालीन सत्र के दौरान उत्तर प्रदेश विधान परिषद में यह बात रखी थी।
मंत्री ने यह भी आरोप लगाया था कि एसपी की असली चिंता यह है कि निजी कंपनियों के तहत संगठित बिजली चोरी जारी रहने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर शहरों में कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां छापेमारी करना कठिन काम है। मंत्री ने संभल का हवाला दिया जहां आधा दर्जन मस्जिदों को कथित तौर पर सामूहिक रूप से 130 किलोवाट की बिजली चोरी में शामिल पकड़ा गया था।
इस बारे में यूपीपीसीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कई धार्मिक स्थानों, कई वीवीआईपी और राजनीतिक दलों के परिसरों में बिजली चोरी की घटनाएं दर्ज की गईं। इनमें संभल से मौजूदा सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, पूर्व बहुजन समाज पार्टी मंत्री और वर्तमान समाजवादी पार्टी (सपा) नेता अकील-उर-रहमान खान, पूर्व सपा जिला अध्यक्ष फिरोज खान और समाजवादी पार्टी कार्यालय शामिल है।
उन्होंने कहा कि बिजली चोरी के लिए जाने जाने वाले कुछ इलाकों में चेकिंग अभियान चलाया गया, जिनमें दीपा सराय, खग्गू सराय, मिया सराय, नखासा, चौधरी सराय, आले शाह रुकनुदीन सराय, रायसत्ती, हातिम सराय और शाहबाजपुरा आदि शामिल हैं। बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए इन इलाकों से अनधिकृत तारों को हटा दिया गया और लगभग 42 किलोमीटर लंबे बंच कंडक्टर लगाए गए हैं।
अधिकारी ने कहा कि पूर्व मंत्री के परिसर में 3 किलोवाट की बिजली चोरी का पता चला था। इसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गई और 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि फ़िरोज़ खान के परिसर में 4.8 किलोवाट की बिजली चोरी पकड़ी गई। इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई और 55 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा सांसद जियाउर रहमान बर्क के परिसर में 16.48 किलोवाट की बिजली चोरी का पता चला। इसके बाद उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई और 1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसके अलावा बिजली कर्मचारियों को धमकाने के आरोप में सांसद के पिता ममलुकुर रहमान और दो अन्य के खिलाफ एक अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि इसी तरह अवैध रूप से संचालित ई-रिक्शा चार्जिंग सेंटर पर 15 किलोवाट की बिजली चोरी, एक वॉशिंग प्लांट पर 17 किलोवाट की बिजली चोरी और एक अन्य वाणिज्यिक केंद्र पर 12 किलोवाट की बिजली चोरी पकड़ी गई। उन्होंने कहा कि मामले में तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गईं और उनके खिलाफ 21 लाख रुपये, 11 लाख रुपये और 18 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
वहीं, अभियान पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी ने कहा कि यह अनावश्यक उत्पीड़न है। उन्होंने कहा कि वैध बिजली कनेक्शन है और संभल सांसद के आवास पर एक सोलर प्लांट स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग जानबूझकर कम बिजली बिल का कारण सोलर प्लांट लगाना नहीं बता रहा है।
सपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि राज्य सरकार हमारी पार्टी के नेताओं को बदनाम करने और परेशान करने के लिए हर गंदी चाल चल रही है। हमें संभल जिला प्रशासन के कामकाज पर कोई भरोसा नहीं है, लेकिन हमारा भरोसा न्यायपालिका पर है। एक दिन जियाउर्रहमान बर्क बेदाग निकलेंगे।