Gunnaur Bar Welfare Association in Controversy Over Allegations of Fund Misuse and Financial Irregularities बार कोषाध्यक्ष ने अध्यक्ष पर लगाए घोटाले के आरोप, Sambhal Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsSambhal NewsGunnaur Bar Welfare Association in Controversy Over Allegations of Fund Misuse and Financial Irregularities

बार कोषाध्यक्ष ने अध्यक्ष पर लगाए घोटाले के आरोप

Sambhal News - गुन्नौर बार वेलफेयर एसोसिएशन विवादों में है। कोषाध्यक्ष वीरेश यादव ने अध्यक्ष कैलाश चंद्र यादव पर 20 लाख रुपये के गबन और वित्तीय गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। उन्होंने स्वतंत्र ऑडिट की मांग की है। आरोप...

Newswrap हिन्दुस्तान, संभलSun, 18 May 2025 02:02 AM
share Share
Follow Us on
बार कोषाध्यक्ष ने अध्यक्ष पर लगाए घोटाले के आरोप

गुन्नौर बार वेलफेयर एसोसिएशन इन दिनों भारी विवादों में घिरती नजर आ रही है। एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष वीरेश यादव ने मौजूदा अध्यक्ष कैलाश चंद्र यादव पर करीब 20 लाख रुपये के गबन, वित्तीय गड़बड़ी, और बार फंड के दुरुपयोग जैसे गंभीर आरोपों के साथ एसोसिएशन के खातों के स्वतंत्र ऑडिट की मांग की है। कोषाध्यक्ष वीरेश यादव ने आरोप लगाया कि उन्हें पूरे कार्यकाल में बैंक संचालन से दूर रखा गया, जबकि अध्यक्ष व महासचिव ने अपने नाम पर अकेले खाता संचालित किया। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि बार एसोसिएशन को प्रतिदिन औसतन 8,000 से 10,000 तक का राजस्व प्राप्त होता है, फिर भी पिछले नौ महीनों में एक भी अधिवक्ता-हितैषी कार्य नहीं हुआ।

उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व कार्यकारिणी से प्राप्त 3.58 लाख की राशि का कोई हिसाब नहीं दिया गया, और निजी यात्राओं व खर्चों में फंड का मनमाना उपयोग किया गया। जब कोषाध्यक्ष ने बार कक्ष में जनरेटर लगाने का प्रस्ताव रखा, तो अध्यक्ष ने न केवल उसे खारिज किया बल्कि उन पर 2.16 लाख गबन का झूठा आरोप भी लगा दिया। कोषाध्यक्ष ने कहा कि इस कार्यकाल में मृत अधिवक्ताओं के परिवारों को कोई सहायता नहीं दी गई, और मासिक भुगतान भी रोक दिया गया, जो पूर्व में परंपरा का हिस्सा था। उन्होंने यह भी कहा कि अध्यक्ष के पास चुनाव के समय सीओपी प्रमाणपत्र नहीं था, फिर भी वरिष्ठता के नाम पर उसे नजर अंदाज कर दिया गया। अध्यक्ष कैलाश यादव ने सभी आरोपों को निराधार और मनगढ़ंत बताते हुए पलटवार किया है। उन्होंने कोषाध्यक्ष पर ही कोष की राशि हड़पने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई करने की बात कही है। इस टकराव के चलते वकीलों में गुटबाजी की आशंका भी गहराने लगी है। एसोसिएशन दो फाड़ होती नजर आ रही है, जिससे आने वाले समय में न्यायिक कार्यों और अधिवक्ताओं की एकता पर असर पड़ सकता है। कोषाध्यक्ष ने बार एसोसिएशन के वर्तमान कार्यकाल का स्वतंत्र एजेंसी से ऑडिट कराने की मांग की।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।