संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क के मीटरों की जांच में बिजली चोरी मिली, MRI में करंट रिवर्सल टेंपरिंग की पुष्टि
संभल के समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और उनके दिवंगत दादा डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के बिजली मीटरों में गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। विद्युत विभाग की जांच में दोनों मीटर भौतिक रूप से ठीक मिले लेकिन मैक्सिमम डिमांड इंडिकेटर यानी एमआरआई जांच में करंट रिवर्सल टेंपरिंग की पुष्टि हुई है।
संभल के समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और उनके दिवंगत दादा डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के बिजली मीटरों में गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। विद्युत विभाग की जांच में दोनों मीटर भौतिक रूप से ठीक मिले लेकिन मैक्सिमम डिमांड इंडिकेटर यानी एमआरआई जांच में करंट रिवर्सल टेंपरिंग की पुष्टि हुई है। विभाग ने पूर्व में मीटरों को टैंपर करने पर सांसद पर 1.91 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है।
सांसद जियाउर्रहमान बर्क के मीटर में करीब सात महीने व दिवंगत पूर्व सांसद दादा डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के मीटर में 16 महीने वोल्टेज, करंट और खपत शून्य दर्ज की गई। अधिकारी इसके आधार पर मीटर को बाईपास करके बिजली चोरी का दावा कर रहे हैं। विद्युत एक्सईएन सुप्रीत सिंह ने बताया कि एमआरआई रिपोर्ट में अनियमितताएं सामने आईं, लेकिन विस्तृत जानकारी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी। वहीं, सांसद के अधिवक्ता कासीम जलाल ने बताया कि मीटर भौतिक रूप से सही पाया गया है। बिजली चोरी होने की आशंका पर उन्होंने कहा कि रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चलेगा।
गुरुवार को मीटरों की जांच के दौरान सांसद के प्रतिनिधि कासिम जमाल एडवोकेट सहित दो लोग मौजूद रहे। अधिशासी अभियंता मीटर सुप्रीत सिंह, एसडीओ संतोष त्रिपाठी और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। सुप्रीत सिंह ने जांच के बाद बताया कि मीटर बाहरी तौर पर पूरी तरह से ठीक मिला है लेकिन एमआरआई की जांच से पता चला कि सांसद बर्क के मीटर में 30 मई से 13 दिसंबर तक और दिवंगत दादा डा. बर्क के मीटर में 16 माह तक वोल्टेज, करंट और खपत शून्य रहा। इससे करंट रिवर्सल टेंपरिंग की पुष्टि हुई है।
तय है कि बिजली का उपयोग मीटर को बाईपास करके किया गया। एमआरआई की रिपोर्ट आने से स्थिति पूरी तरह से साफ हो जाएगी। रिपोर्ट की कॉपी संबंधित पक्षों को भी दी जाएगी। उधर, सांसद के वकील जमाल ने कहा कि मीटर बाहर से सही और सील सुरक्षित मिली है। चोरी के आरोपों की सटीक जानकारी टेस्टिंग रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई पर विचार करेंगे।
दो-दो किलोवाट के मीटर पर था 16.48 किलोवाट का लोड
संभल। विद्युत विभाग ने 17 दिसंबर को सांसद के आवास पर पुराने 2-2 किलोवाट के मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाए गए थे। दो दिन बाद मीटर की जांच की गई तो घर पर चार किलोवाट के लोड के मुकाबले 16.48 किलोवाट का लोड मिला था। इसी आधार पर विभाग ने बिजली चोरी के आरोप में सांसद पर 1.91 करोड़ का जुर्माना लगाया था।
बता दें कि मीटर परीक्षण के लिए विभाग ने चूकवश दिवंगत सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क के नाम पर पत्र भेज दिया था। हालांकि इस मामले में फजीहत होने के बाद बिजली विभाग ने संशोधित पत्र शफीकुर्रहमान बर्क के वारिस सांसद जियाउर्रहमान बर्क के नाम भेजा। इसमें मीटर जांच के लिए 26 दिसंबर को दोपहर 12 बजे खुद सांसद या उनके प्रतिनिधि को आने को कहा गया था।