यात्रियों को फौजियों से बेरूखी रास न आई, एसी बोगी में सीट दिलाई
Prayagraj News - मंगलवार को एक एक्सप्रेस ट्रेन में अलग ही मंजर नजर आया। तीन दर्जन फौजियों को देश की रक्षा के लिए नियत गंतव्य की ओर जाना था। वातानुकूलित श्रेणी में चढ़े, तो टीटीई ने जवानों से जनरल बोगी में जाने को कह दिया। आरक्षित सीटों पर बैठे यात्रियों को यह रास नहीं आया।

मंगलवार को एक एक्सप्रेस ट्रेन में अलग ही मंजर नजर आया। तीन दर्जन फौजियों को देश की रक्षा के लिए नियत गंतव्य की ओर जाना था। वातानुकूलित श्रेणी में चढ़े, तो टीटीई ने जवानों से जनरल बोगी में जाने को कह दिया। आरक्षित सीटों पर बैठे यात्रियों को यह रास नहीं आया। देशभक्ति के जज्बे का इजहार करते हुए फौजियों को अपनी सीटों पर बैठाया और टीटीई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। रेलमंत्री व डीआरएम को एक्स पर संदेश-वीडियो पोस्ट करके सहयोग मांगा। नतीजतन प्रयागराज स्टेशन पर सभी जवानों को रेलकर्मियों के सहयोग से वातानुकूलित श्रेणी की बोगी में ही सीटें मिल गईं।
वाराणसी निवासी विमल सक्सेना इसी ट्रेन में थे। कानपुर और फतेहपुर स्टेशन से करीब 35 जवान ड्यूटी पर जाने के लिए यात्रा वातानुकूलित श्रेणी की बोगी में चढ़ गए। उनके पास आरक्षित सीटें नहीं थीं। टीटीई ने बेसिन के पास खड़े फौजियों को जनरल बोगी में जाने को कहा। फौजियों के साथ इस व्यवहार का दूसरे यात्रियों ने विरोध किया। कुछ यात्रियों ने डीआरएम समेत अन्य को एक्स पर मैसेज किया। मैसेज में लिखा- महाकुम्भ के दौरान श्रद्धालुओं के लिए जनरल ट्रेन चलाई गई और जवानों को सीट नहीं मिल रही है।
विमल की मानें तो एक्स पर मैसेज करते ही डीआरएम कार्यालय से उनके पास फोन आया। उन लोगों ने पूछा कि क्या टीटीई के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं, तो मना कर दिया। आखिर में प्रयागराज जंक्शन पर ट्रेन के पहुंचते ही यात्रियों के सहयोग से रेलकर्मियों ने जवानों को बैठने के लिए सीट दिलाई गई।
शादी छोड़कर जा रहे थे दो जवान
प्रयागराज। ड्यूटी पर जा रहे इन जवानों में से दो ऐसे भी मिले जिनकी इसी महीने शादी है। एक जवान की पांच दिन बाद 18 मई को शादी होनी है। दोनों जवान अब राष्ट्र-धर्म निभाने जा रहे हैं। उनका कहना था- यह मौका बार-बार नहीं आएगा। शादी तो बाद में भी हो जाएगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।