सूर्य अस्त होते ही स्टाफ नर्स के हवाले हो जाता एमसीएच विंग
Pilibhit News - महिलाओं से संबंधित सभी मामलों को एमसीएच विंग में संचालित किया गया है, लेकिन सूर्यास्त के बाद सुविधाएं नहीं मिलती हैं। रात में चिकित्सक न होने के कारण प्रसव का मामला स्टाफ नर्स पर निर्भर रहता है। इस...

कहने को तो महिलाओं से संबंधित सभी मामले एमसीएच विंग में करा दिए गए है। लेकिन यहां सूर्य अस्त होने के बाद कुछ भी सुविधाएं मरीजों को नहीं मिल पाती है। रात में चिकित्सकों के न होने पर प्रसव का पूरा मामला स्टाफ नर्स के सहारे ही रह जाता है।ऐसे में कहीं न कहीं मनमानी भी देखी जा रही तो वसूली का मामला भी सामने आ रहा है। इसके बाद भी जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहे। पिछले माह सीएमओ ने डॉ. आलोक कुमार ने ब्लॉक रोड स्थित नवनिर्मित एमसीएच विंग में महिलाओं से संबंधित पूरा मामला वहीं पर संचालित कर दिया था। वहां पर ही महिलाओं के प्रसव जांच और बीमारियों को लेकर काम किया जा रहा है।जिम्मेदारों की इस पहल के बाद भी महिलाएं को कोई खास सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं।सूर्यास्त होने के बाद ही पूरा अस्पताल स्टाफ नर्स के सहारे रह जाता है।हिंदुस्तान की ओर से बुधवार की रात 8:30 बजे जब पड़ताल गई तो महिला चिकित्सक के कक्ष बंद पाए गए।लेबर रूम में स्टाफ नर्स और आया ही मौजूद मिले। तीमारदार बाहर बैठे हुए अपनी रात को काट रहे थे।पानी वाले कक्ष में व्हीलचेयर रखी हुई थी और वहां पर ताला लगा हुआ था। ऐसे में माना जा सकता है कि एमसीएच विंग में महिलाओं की सुविधा को लेकर सभी दावे धरातल पर खोखले दिखाई पड़ रहे हैं।मामले को लेकर प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉक्टर मनीष राज शर्मा ने बताया कि चिकित्सकों की ड्यूटी वहां पर लगी हुई है।रात के समय फोन जाने पर पहुंच जाते हैं। ऐसा कोई मामला है तो उसको दिखाया जाएगा।
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