भूमि अधिग्रहण : बरेली से स्टाफ लौटा पर रिकॉर्ड नहीं
बरेली-पीलीभीत हाइवे परियोजना के भूमि अधिग्रहण में घपले की जांच के लिए पीलीभीत एसएलओ कार्यालय के स्टाफ को बरेली बुलाया गया था। जांच पूरी होने के बाद स्टाफ लौट आया है, लेकिन रिकॉर्ड अभी भी बरेली में है।...
बरेली पीलीभीत सितारगंज के बीच प्रस्तावित हाइवे की भूमि अधिग्रहण मामले में पिछले दिनों सामने आए घपलेबाजी को जांचने के लिए पीलीभीत एसएलओ कार्यालय से रिकॉर्ड और स्टाफ को बरेली बुला लिया गया था। एडिशनल कमिश्नर की टीम द्वारा जांच पूरी होने के बाद स्टाफ कार्यालय लौट आया है। पर अभी रिकॉर्ड बरेली में ही हैं। पिछले दिनों जमीन के अधिग्रहण को लेकर किसानों की जमीनों को कम दामों पर खरीद कर स्ट्रक्चर बनाने और उनका सत्यापन कर अधिक वैल्यू लगवोन के मामले सामने आए थे। इस पर बरेली में दो जांच टीमों ने जांच की थी। एक डीएम की जांच ने और दूसरी कमिश्नर की टीम ने पूरे मामले को बारीकी से परखा। इसमें गड़बड़ी सामने आई और कई लोगों की जवाबदेही तय करते हुए रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है। अब चूंकि जांच बरेली स्तर पर पूरी हो गई है तो अब पीलीभीत एसएलओ कार्यालय का स्टाफ विपिन पांडेय, शोभित कुमार व अनुज को रिलीव कर दिया गया। स्टाफ के पहुंचने के बाद अभी रिकार्ड नहीं आया है। इससे आगामी भूमि मुआवजा प्रक्रिया संबंधी दस्तावेजी फाइलें और प्रक्रिया रुकी हुई है। बताया जा रहा है कि जल्द ही रिकॉर्ड आएगा और आगामी प्रक्रिया को अमल में लाया जाएगा। इससे जमीन अधिग्रहण के मामले में जिन किसानों का मुआवजा आदि रुका हुआ है या किन्हीं कारण से प्रक्रिया में है। इस पर सत्यापन कर आगे की प्रक्रिया की जाएगी। सिटी मजिस्ट्रेट/विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी विजय वर्धन तोमर ने बताया कि स्टाफ आ गया है। जल्द ही रिकॉर्ड भी रिसीव हो जाएगा। पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता से की जाएगी।
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