VIDEO: महाकुंभ को अंधविश्वास बताने वाले युवाओं पर भड़के नागा संन्यासी, स्टॉल तोड़ा, बैनर-पोस्टर फाड़े
- प्रयागराज में महाकुम्भ को अंधविश्वास बताने वाले युवाओं पर नागा संन्यासियों का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित नागा संन्यासियों ने युवाओं के स्टॉल सहित बैनर-पोस्टर को तोड़-फोड़ कर आग के हवाले कर दिया। महाकुंभ में साधुओं के हंगामे का वीडियो अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में देश-दुनिया से श्रद्धालु स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं। 12 साल बाद लगने वाले इस महाकुंभ में श्रद्धालुओं के अलावा कुछ ऐसे लोग भी पहुंचे हैं जो महाकुंभ को लेकर लोगों की आस्था को अंधविश्वास बता रहे हैं। जैसे ही नागा साधुओं को इसकी जानकारी हुई तो वह भड़क गए। नागा संन्यासी उस स्थान पर पहुंच गए जहां युवक और युवतियों ने महाकुंभ को अंध्विश्वास बताने वाले पोस्टर लगा रखे थे। बड़ी संख्या में पहुंचे नागा संन्यासियों को एक साथ देखकर वहां अन्य श्रद्धालुओं की भी भीड़ लग गई। देखते ही देखते आक्रोशित नागा संन्यासियों ने युवाओं के स्टॉल सहित बैनर-पोस्टर को तोड़-फोड़ कर आग के हवाले कर दिया। साधुओं के इस हंगामे का किसी ने वीडियो बनाया और फिर उसे वायरल कर दिया। वीडियो कब का है हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। कुंभ मेला पुलिस वायरल वीडियो की पड़ताल करने में जुटी है।
वायरल वीडियो मेला क्षेत्र के ओल्ड जीटी पांटून पुल के समीप का बताया जा रहा है। दरअसल भरद्वाज आश्रम अखाड़ा के पास आधा दर्जन युवक-युवतियां बकायदे स्टाल लगाकर बैठे थे। उन्होंने ‘अंधविश्वास का मेला है, कुम्भ एक बहाना, मुक्ति चाहिए तो समझ जगाना है’ के अलावा अन्य स्लोगन लिखे बैनर पोस्टर टांग रखे थे। साथ ही लाउडस्पीकर से कुम्भ को अंधविश्वास बताने को लेकर बातें की जा रही थी। इसकी जानकारी होते ही एक नागा संन्यासी व नागा पहुंच गए।
उन्होंने युवाओं की इस हरकत पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए स्टाल तोड़ दिया। इसके बाद बैनर पोस्टर को आग के हवाले कर दिया। साधु-संन्यासियों के हंगामे व गुस्से को देख लोगों की भीड़ जुट गई। हालांकि किसी भी अखाड़े की ओर से अभी तक मेला पुलिस को इस तरह की शिकायत नहीं की गई है। बैनर पोस्टर लगाने वाले युवक कहां से आए और उनकी क्या मंशा थी, इसकी भी अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है।
आचार्य प्रशांत से जुड़े होने का अंदेशा
जिस स्थान पर युवाओं ने बैनर-पोस्टर लगाया था, वहां आचार्य प्रशांत का कटआउट भी लगा था। कुछ लोगों ने युवाओं के आचार्य प्रशांत से जुड़े होने की आशंका व्यक्त की है। हालांकि युवाओं का किस संस्थान से जुड़ाव है, इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं हो सकी है। एसएसपी कुंभ राजेश द्विवेदी ने बताया, वायरल वीडियो की जानकारी मिली है। वीडियो के आधार पर मेला पुलिस को जांच करने का निर्देश दिया गया है। जंचोपरांत पुष्टि होने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। अभी तक किसी भी अखाड़ा अथवा साधु-संत की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है।