रोडवेज बस हादसे में मरने वालों की संख्य हुई आठ

जौनपुर से यात्रियों को लेकर सोनभद्र के ओबरा जा रही रोडवेज की अनुबंधित बस सोमवार की देर शाम सात बजे वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर अहरौरा थाना क्षेत्र के लेखनिया दरी के समीप बने नए पुल पर खड़े ट्रक में पीछे...

अहरौरा इमिलियचट्टी। (मिर्जापुर)। हिसं Tue, 10 July 2018 06:47 PM
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रोडवेज बस हादसे में मरने वालों की संख्य हुई आठ

जौनपुर से यात्रियों को लेकर सोनभद्र के ओबरा जा रही रोडवेज की अनुबंधित बस सोमवार की देर शाम सात बजे वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर अहरौरा थाना क्षेत्र के लेखनिया दरी के समीप बने नए पुल पर खड़े ट्रक में पीछे से घुस गई थी। इसमें पांच की मौके पर मौत हो गई थी। गंभीर घायलों को उपचार के लिए ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया, जहां देर रात दो और ने दम तोड दिया। जबकि एक की मंगलवार की सुबह मौत हो गई। 

रोडवेज की अनुबंधित बस जौनपुर से वाराणसी पहुंची। यहां से लगभग 45 यात्रियों को लेकर शाम को पांच बजे के करीब ओबरा के लिए चली। वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर अहरौरा थाना क्षेत्र के लेखनिया दरी के समीप बने नए पुल पर पहुंचने पर बस की रफ्तार काफी तेज थी। चालक ने एक ट्रक को ओवरटेक करके आगे निकला और सामने से दूसरा ट्रक आ गया। गाड़ी की रफ्तार अधिक होने के कारण चालक का बस से नियंत्रण खो गया और वह खराब होकर खड़े ट्रक में पीछे से घुस गया।

बस की रफ्तार इतनी अधिक थी कि ट्रक से टकराने के बाद भी वह पुल पर पलट गई। इसमें चालक सहित तीन की मौके पर और दो ने सीएचसी में दम तोड़ दिया। चार गंभीर घायलों को वाराणसी रेफर कर दिया गया था। इसमें दो ने देर रात और एक ने मंगलवार की सुबह दम तोड़ दिया। मृतकों में 32 वर्षीय हेमा शर्मा पत्नी विष्णु शर्मा निवासी ओबरा, 22 वर्षीय सद्दाम हुसैन पुत्र शौकत अली निवासी शाहिद चौकी राबर्ट्सगंज, चालक 40 वर्षीय राजेश उर्फ राजू पुत्र श्रीनाथ निवासी शादी बनकट कोतवाली देहात,मिर्जापुर , 40 वर्षीय विवेक श्रीवास्तव पुत्र स्व. हीरालाल निवासी कल्याणपुर थाना अंतुर प्रतापगढ़, 45 वर्षीय  समीम अहमद उर्फ कल्लू पुत्र लाल मोहम्मद निवासी सकृत,सोनभद्र को सीएचसी अहरौरा में मृत घोषित किया गया। गंभीर रूप से घायल 32 वर्षीय हिमांशु पांडेय निवासी मधुपुर सोनभद्र, 32 वर्षीय विष्णु कुमार शर्मा पुत्र नर्भपाल शर्मा की ट्रामा सेंटर में उपचार के  दौरान देर रात और 25 वर्षीय इमरान पुत्र अली मोहम्मद की मंगलवार की सुबह वहीं मौत हुई। मौके पर मरे लोगाें का पीएम मिर्जापुर में कराकर परिजनों को शव सौंप दिया गया। जबकि टामा सेंटर में मरने वाले तीन लोगों का वहां पीएम हुआ।  

रोडवेज से मृतक यात्रियों को मिलेगा मुआवजा
एआरएम वाराणसी ग्रामीण हरे कृष्ण मिश्रा मंगलवार की सुबह मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि हादसे में मृतकों को 50 हजार की तत्काल आर्थिक सहायता दी जाएगी। टिकट पर एक लाख का बीमा होता है। जिन यात्रियों ने टिकट कराया होगा उनके परिजनों को एक माह के अंदर एक लाख रुपए बीमा का लाभ मिलेगा। घायलों को भी चोट के आधार पर आर्थिक सहायता मिलेगी।

चुनार में शव के दुर्गंध के कारण नहीं हुआ पोस्टामर्टम 
हादसे में मृत पांच लोगों का शव चुनार पोस्टमार्टम हाउस पर भेजा गया। वहां पर पहले से रखे एक सडे शव से दुर्गंध  आने के कारण लोगों ने दूसरे स्थान पर पोस्टमार्टम कराने की मांग की। इसके बाद मिर्जापुर पोस्टमार्टम हाउस पर पोस्टमार्टम किया गया। चुनार में एक लावारिस शव मिला था। 72 घंटे पूर्ण न होने के कारण उसका पोस्टमार्टम नहीं हो सका था। शव पुराना होने के कारण दुर्गंध आ रहा था। दुर्गंध आने के कारण जब बस हादसे के मृतकों का शव वहां पहुंचा तो परिनजों ने दूसरे स्थान पर पोस्टमार्टम कराने की मांग की। इस पर मिर्जापुर पोस्टमार्टम हाउस पर पीएम  हुआ। 

अनुबंधित बस को निजी चालक चला रहा था
रोडवेज बस हादसे के बारे में एआरएम ग्रामीण वाराणसी हरेकृष्ण मिश्रा ने बताया कि बस का चालक राजू रोडवेज का नहीं थी। वह अनुबंधित बस मालिका का चालक था। बस में परिचालक रोडवेज का था। परिचालक विनय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि चालक तेज गति से गाड़ी चला रहा था। कई यात्रियों ने विरोध किया पर चालक नहीं माना और हादसा हो गया। 

सुकृत से नरायनपुर तक बना दुर्घटना बाहुल्य जोन
सुकृत से नरायनपुर तिराहा तक का क्षेत्र दुर्घटना बाहुल्य जोन बन गया है। आए दिन हादसे हो रहे है। पर इसे रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। इस मार्ग पर वर्ष भर में सवा सौ से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस मार्ग की सड़कों के मरम्मत होने के बाद तेज रफ्तार वाहनों के चलते हादसों की संख्या बढ़ गई है। 

घायलों ने एसडीएम से कहा नहीं मिली दवा
हादसे के बाद घायलों को सीएचसी अहरौरा लाया गया था। घायल दर्द से कहराते रहे पर उन्हे दर्द का इंजेक्शन नहीं लग सका था। हादसे के तीन घंटे बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम चुनार डा. अविनाश त्रिपाठी से घायलों ने शिकायत किया कि तीन घंटे बाद भी उन्हे कोई दवा नहीं दी गई न ही कोई इंजेक्शन लगाया गया। इस पर एसडीएम ने डाक्टर  से दवा न लगने के बारे में पूछा। डाक्टर ने बताया कि दर्द का इंजेक्शन नहीं है। एसडीएम ने फटकार लगाते हुए इंजेक्शन मंगाकर लगाने का निर्देश दिया।

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