Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़MD's big action against 5 electricity officers including executive engineer in scam, suspended

घोटाले में अधिशासी अभियंता समेत 5 बिजली अफसरों पर एमडी का बड़ा ऐक्शन, सस्पेंड

यूपी के हापुड़ में विद्युतीकरण कार्य और बिना प्रपत्र उपलब्ध कराए जर्जर तारों को एबीसी द्वारा बदलने में हुए घोटाले में जांच के बाद अधिशासी अभियंता (कार्यभार अधीक्षण अभियंता) समेत पांच बिजली अफसरों, कर्मचारियों पर एमडी ने बड़ा ऐक्शन लिया है। सस्पेंड कर दिया गया है।

Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानThu, 3 Oct 2024 09:09 AM
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हापुड़ में आरडीएसएस योजना से प्राइवेट कालोनी में विद्युतीकरण कार्य और बिना प्रपत्र उपलब्ध कराए जर्जर तारों को एबीसी द्वारा बदलने में हुए घोटाले में जांच के बाद अधिशासी अभियंता (कार्यभार अधीक्षण अभियंता) समेत पांच बिजली अफसरों, कर्मचारियों पर विभागीय गाज गिर गई। एमडी पीवीवीएनएल ईशा दुहन ने हापुड़ के अधीक्षण अभियंता, एसडीओ, दो अवर अभियंताओं एवं शिविर सहायक द्वितीय को निलंबित कर दिया।

 एमडी ने कार्यकारी अधिकारी का सहारनपुर तबादला किया है। एमडी ईशा दुहन को विद्युत वितरण मंडल हापुड़ के कई अधिकारियों और कर्मचारियों की भ्रष्टाचार की बड़ी शिकायत मिली थी। अफसरों पर भ्रष्टाचार, कार्यों में लापरवाही बरतने, विभागीय नियमों-आदेशों को ताक पर रखने और केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आरडीएस योजना सहित कई मामले में घोटाले का आरोप थे। इस पर एमडी ने ऊर्जा भवन में तैनात अफसरों की दो सदस्यीय जांच टीम बनाई और स्थलीय जांच कराई। 

टीम ने जांच रिपोर्ट के आधार पर एमडी ईशा दुहन ने बुधवार देर शाम प्राथमिक रूप से दोषी मिले हापुड के अधिशासी अभियंता अवनीश कुमार जैन जिन पर अधीक्षण अभियंता हापुड़ का भी कार्यभार था, एसडीओ देवेन्द्र यादव, शिविर सहायक द्वितीय संजीव आनंद, अवर अभियंता आनंद मौर्य और लेखराज सिंह को निलंबित कर दिया। इधर एमडी ईशा दुहन ने कार्यकारी अधिकारी यतेंद्र कुमार का सहारनपुर तबादला कर दिया।

यह हुई थी शिकायत : हापुड़ में निजी नलकूप के लिए निर्मित लाइन में आठ नए घरेलू संयोजन जारी कर दिए गए थे। जर्जर तारों को आरडीएसएस योजना में एबीएस द्वारा बदलवाया दिया गया था। पूर्व में निजी नलकूप संयोजन का स्थायी विच्छेदन कर दिया गया था, लेकिन इस संबंध में एसडीओ देवेन्द्र कुमार ने कार्यालय में कोई पत्राचार नहीं किया गया था। इसके अलावा अवर अभियंताओं को बार-बार स्थांतरित कर बार-बार नियुक्त करना, निविदाओं का समय से निस्तारण न करना आदि की प्रबंध निदेशक ईशा दुहन को से शिकायत मिली थी। बाबूगढ़ छावनी के चक्रसेनपुर में स्थलीय जांच में अधीक्षण अभियंता की लापरवाही, पर्यवेक्षणीय शिथिलता मिली।

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