महाकुंभ से प्रयागराज में महाजाम, सीमाओं पर अघोषित नाकेबंदी, शहर में ‘हाउस-अरेस्ट’ जैसी स्थिति
महाकुंभ के कारण प्रयागराज के चारों तरफ महाजाम की स्थिति है। सीमाओं को अघोषित नाकेबंदी है। शहर के लोग भी हाउस अरेस्ट जैसी स्थिति में हैं।

देश के दूसरे राज्यों और जनपदों से प्रयागराज आने वाले रास्तों पर भीषण जाम के हालात है। लाखों श्रद्धालु घंटों से ‘होल्डिंग जोन’ में फंसे हुए हैं। मध्यप्रदेश के जबलपुर, कटनी और सतना से प्रयागराज की ओर से आने वाले विभिन्न राज्यों के वाहन महाकुम्भ का महाजाम झेल रहे हैं। इसके चलते मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने श्रद्धालुओं से अगले एक दो दिन प्रयागराज की ओर न आने की अपील की है, तो बिहार की ओर से भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। 12 फरवरी को होने वाले माघी पूर्णिमा के स्नान को देखते हुए प्रयागराज मेला क्षेत्र को तत्काल प्रभाव से नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया है लेकिन प्रयागराज शहर में ‘हाउस-अरेस्ट’ जैसी स्थिति है। भारी जाम के चलते मिनटों का सफर घंटों में तय हो रहा है।
रीवा और मिर्जापुर से आने वाले दो मार्गों पर स्थिति काफी खराब है। इन दोनों मार्गों पर मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड सहित कई अन्य राज्यों के श्रद्धालु अपने निजी वाहनों से आ रहे हैं। दोनों मार्गों पर पांच से दस किलोमीटर तक वाहनों का जाम लगा हुआ है। वहीं प्रयागराज-वाराणसी, प्रयागराज-गोरखपुर, प्रयागराज-अयोध्या, प्रयागराज-लखनऊ और प्रयागराज-कानपुर मार्ग पर भी जाम और वाहनों का भारी दबाव बना हुआ है। कई स्थानों से वाहनों को डायवर्ट किया जा रहा है। श्रद्धालु 20 से 25 घंटे तक वाहनों में फंसे होने से बेहाल हैं।
एमपी के सीएम मोहन यादव ने वीडियो संदेश में कहा है कि एमपी से सटे इलाके खास तौर से रीवांचल में देश के बाकी राज्यों से आने वाले वाहनों का दबाव बना हुआ है। कुंभ प्रशासन भी उनके संपर्क में है। उन्होंने अपील की, कि एक-दो दिन इस मार्ग से आगे न बढ़ें क्योंकि इससे मेले की व्यवस्था में चुनौती आ रही है। आने-जाने वाले मार्ग को देखकर ही आगे जाएं।
उधर, यूपी पुलिस ने बिहार से आने वाले भारी वाहनों को रोकना शुरू किया और इसकी सूचना कैमूर पुलिस को दी। कैमूर पुलिस ने सासाराम और आरा मार्ग से आने वाले भारी वाहनों को रोकने की कार्रवाई शुरू कर दी। चिपली सीमा से कर्मनाशा तक जाम की स्थिति बनी रही। आशंका है कि मंगलवार को यह महाजाम में तब्दील हो सकता है। पुलिस ने रोहतास और बक्सर से आने वाले भारी वाहनों को एनएच-2 पर रोककर सड़क किनारे सुरक्षित खड़ा कराने की व्यवस्था की है। यूपी में केवल भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक है, जबकि यात्री बसों, छोटे चार पहिया वाहनों, एंबुलेंस, एलपीजी गैस, सब्जी और दूध आपूर्ति करने वाले वाहनों को छूट दी गई है।
फतेहपुर में जीटी रोड जाम होने से शहर के अंदर की गलियां तक चोक हो गई हैं। यही हालत चित्रकूट के भी हैं। यहां सोमवार को महाकुंभ से लौटे श्रद्धालुओं के चलते दिनभर भीषण जाम की स्थित रही। हाईवे से लेकर अंदर गलियां तक जाम की चपेट में रहीं। कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर कल्यानपुर थानाक्षेत्र के बड़ौरी स्थित टोल प्लाजा से गुजरे वाहनों के आंकड़ों से इसकी पुष्टि हुई है। प्रयागराज में अनुमान से अधिक पहुंची भीड़ से श्रद्धालुओं ने अपने कदम रोक लिए हैं। हालांकि पूरे हाईवे के ट्रैफिक देखें तो वह कम नहीं हुआ, कारण अब प्रयागराज की ओर से लौटने वाले वाहनों की संख्या चार गुना से अधिक बढ़ गई है।
प्रयागराज शहर में भी स्थिति बदतर
श्रद्धालुओं की भीड़ का असर सिर्फ हाईवे ही नहीं बल्कि प्रयागराज की सड़कों पर भी साफ तौर पर दिख रहा है। शहर के बालसन चौराहा, छोटा बघाड़ा, बांगड़ धर्मशाला चौराहा, जानसन चौराहा आदि प्रमुख स्थानों पर पैदल चलना तक दुश्वार हो गया है। रोजाना जाम की वजह से न सिर्फ श्रद्धालु बल्कि शहरवासियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है