महाकुंभ में महाजाम के बीच सीएम योगी ने कई बड़े अफसर प्रयागराज भेजे, ADG अमिताभ यश ने संभाली कमान
महाकुंभ में माघ पूर्णिमा स्नान से पहले सबसे बड़ा चैलेंज ट्रैफिक व्यवस्था को संभालना बन गया है। प्रयागराज आ रहे सभी मार्गों पर सैकड़ों गाड़ियों की कतार लगी है। लोग घंटों-घंटों अपनी गाड़ियों में फंस रह रहे हैं।
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प्रयागराज में 12 फरवरी को होने वाले माघ पूर्णिमा स्नान और महाजाम को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बड़े अफसरों के साथ बैठक की। प्रयागराज में राष्ट्रपति के कार्यक्रम के लौटने के तुरंत बाद लखनऊ में सीएम योगी ने मुख्य रूप से ट्रैफिक व्यवस्था पर अफसरों के साथ चर्चा की। इसके बाद कई बड़े अफसरों को प्रयागराज भेजा है। सीएम योगी की बैठक में प्रमुख बिन्दु मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ जैसे हादसे की पुनरावृत्ति को रोकना रहा। एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश सोमवार दोपहर में ही प्रयागराज पहुंच गए और कमान संभाल ली है।
मौनी अमावस्या पर भगदड़ मचने के बाद अफसरों ने सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था लेकर कई बदलाव किए। इस शनिवार और रविवार को प्रयागराज में जिस तरह से भीड़ उमड़ी और वहां जाने वाले हर मार्ग पर किमी लम्बा जाम लगा। लोगों को कई घंटे तक जाम में फंसना पड़ा। इस दौरान ही सामने आया कि माघ पूर्णिमा पर स्नान करने के लिए रविवार से ही लोग प्रयागराज पहुंचने लगे। इससे वहां हर तरफ का मार्ग जाम हो गया। इस स्थिति से निपटने और 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर स्थिति सामान्य बनाए रखने के लिए शासन काफी सतर्क हो गया।
इसी कड़ी में एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश समेत कई बड़े अफसरों को प्रयागराज भेजा गया है। ये अफसर 12 फरवरी की रात तक वहां कैम्प करेंगे। सोमवार को अफसर यह पता करते रहे कि किस मार्ग पर ज्यादा भीड़ आएगी। कहां किस तरह की सुरक्षा बढ़ाई जाए...कितनी और जगह ट्रैफिक का डायवर्जन किया जाए...।
तीन आईएएस व 25 पीसीएस और लगाए गए
महाकुम्भ की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए तीन आईएएस व 25 पीसीएस अधिकारियों को लगाया गया है। ये अधिकारी उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन के अध्यक्ष डा. आशीष कुमार गोयल की देखरेख में काम करेंगे। इन अधिकारियों को तुरंत प्रयागराज जाकर कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश दिया गया है। ये सभी अधिकारी 17 फरवरी तक वहीं पर रहेंगे।
आईएएस अफसरों में राल्लापल्ली जगत साई संयुक्त मजिस्ट्रेट बाराबंकी, शश्वत त्रिपुरारी संयुक्त मजिस्ट्रेट अलीगढ़ व कंडारकर कमल किशोर देशभूषण संयुक्त मजिस्ट्रेट मेरठ को लगाया गया है। इसके अलावा पीसीएस अफसरों में सुभाष सिंह एडीएम (न्यायिक) बागपत, शिव नारायण एडीएम (न्यायिक) हाथरस, परमानंद झा एडीएम (न्यायिक) शामली, मदन मोहन वर्मा एडीएम (नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति) बांदा, आदित्य कुमार सचिव विकास प्राधिकरण मुजफ्फरनगर को लगाया गया है।
योगेंद्र कुमार एडीएम (नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति) झांसी, विवेक कुमार मिश्रा एडीएम (भूमि अध्याप्ति) गाजियाबाद, अभिषेक पाठक विशेष कार्याधिकारी ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण गौतमबुद्धनगर, क्रांति शेखर सिंह विशेष कार्याधिकारी नोएडा विकास प्राधिकरण गौतमबुद्धनगर, सतीश कुमार कुशवाहा एडीएम (न्यायिक) संभल, राजेश चंद्र एसडीएम हमीरपुर, आशुतोष कुमार राय एसडीएम रायबरेली, रतन व संजीव कुमार शाक्य एसडीएम आगरा को भेजा गया है।
इसी तरह चंद्रेश कुमार एसडीएम गाजियाबाद, कुमार चंद्र बाबू व शैलेंद्र मिश्रा एसडीएम सीतापुर, अशोक कुमार एसडीएम मऊ, सुरेंद्र कुमार एसडीएम सहारनपुर, संजय सिंह, प्रवीण कुमार व जयेंद्र सिंह एसडीएम मुजफ्फरनगर को भेजा गया है। कार्तिकेय सिंह एसडीएम लखीमपुर खीरी और देवेंद्र प्रताप सिंह व प्रमेश श्रीवास्तव एसडीएम उन्नाव को भेजा गया है।
सबसे बड़ी चुनौती ट्रैफिक की
डीजीपी मुख्यालय के मुताबिक 10 फरवरी को दोपहर एक बजे से दो बजे के बीच प्रयागराज आने जाने वाली मार्गों पर ट्रैफिक सामान्य कर लिया गया था। लखनऊ-प्रयागराज, चित्रकूट-प्रयागराज, रीवा-प्रयागराज समेत कई मार्गों पर ट्रैफिक सुचारू रूप से कर लिया गया था। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक सबसे बड़ी चुनौती ट्रैफिक व्यवस्था को संभालना ही है। 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की रिकार्ड संख्या हो सकती है। इसके लिहाज से ही ट्रैफिक सही रखने और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए फोर्स बढ़ा दी गई है। कई अन्य व्यवस्थाएं भी की जा रही है।
प्रतिदिन औसतन 1.44 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई संगम में डुबकी
विश्व के सबसे बड़े धार्मिक सांस्कृतिक समागम 'महाकुम्भ 2025' ने दुनिया को अचंभित कर रखा है। प्रयागराज में मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन संगम में बीते 30 दिनों में आस्था का अटूट रेला उमड़ रहा है। प्रतिदिन महाकुम्भ में श्रद्धाभाव से पहुंच रहे श्रद्धालुओं की संख्या का आंकलन करें तो औसतन 1.44 करोड़ लोग हर रोज त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं।
मौनी अमावस्या के बाद भी नहीं थम रहा श्रद्धालुओं का रेला
विशेष पर्वों पर श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के पर्व पर सर्वाधिक 7.64 करोड़ से ज्यादा, जबकि इससे एक दिन पहले 28 जनवरी को 4.99 करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम स्नान किया। वहीं 14 जनवरी (मकर संक्रांति) को 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया था। आस्थावानों का रेला मौनी अमावस्या के बाद भी नहीं थमा है और प्रतिदिन करीब एक करोड़ और इससे ज्यादा लोग संगम में डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं। इस दौरान महाकुम्भ नगरी भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत नजर आ रही है। 9 फरवरी तक 43 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नानकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
इन तिथियों पर जुटे सर्वाधिक श्रद्धालु
13 जनवरी (पौष पूर्णिमा) को 1.70 करोड़
14 जनवरी (मकर संक्रांति) को 3.50 करोड़
26 जनवरी को 1.74 करोड़
27 जनवरी को 1.55 करोड़
28 जनवरी को 4.99 करोड़
29 जनवरी (मौनी अमावस्या) को 7.64 करोड़
30 जनवरी को 2.06 करोड़
31 जनवरी को 1.82 करोड़
01 फरवरी को 2.15 करोड़
03 फरवरी (बसंत पंचमी) को 2.57 करोड़
09 फरवरी को 1.57 करोड़