बरेली में अपहरण के बाद लेखपाल की हत्या, 18 दिन बाद नाले में मिला सड़ा गला शव
बरेली के फरीदपुर में तैनात लेखपाल की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। रविवार को उसका शव कैंट इलाके से बरामद हो गया। वह 27 नवंबर से लापता चल रहा था। उधर, सूचना मिलने पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई।
Bareilly Crime: यूपी के बरेली में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां फरीदपुर में तैनात लेखपाल की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। रविवार को उसका शव कैंट इलाके से बरामद हो गया। वह 27 नवंबर से लापता चल रहा था। उधर, सूचना मिलने पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई।
फरीदपुर तहसील में तैनात लेखपाल मनीष कश्यप 27 नवंबर को तहसील में ड्यूटी करने जाने के बाद घर नहीं लौटे। काफी खोजबीन के बाद भी पता न चलने पर लेखपाल की मां मोरकली ने खल्लपुर गांव की एक जनप्रतिनिधि और उसके सहयोगियों के खिलाफ अपहरण करने के आरोप की तहरीर दी। फिर उन लोगों ने इस मामले में कलेक्ट्रेट में भी शिकायत की। इसके बाद एसएसपी अनुराग आर्य ने फरीदपुर पुलिस के साथ ही एसओजी, सर्विलांस समेत अन्य टीमें लेखपाल की बरामदगी को लगा दीं। परिवार वालों के आरोप के चलते बीतें दिनों एसएसपी ने लेखपाल के अपहरण के मुकदमे की जांच फरीदपुर थाने से ट्रांसफर करके फतेहगंज पश्चिमी इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार चतुर्वेदी को सौपी। अब रविवार को पुलिस ने एक आरोपी की निशानदेही पर लेखपाल का सड़ा गला शव कैंट में बभिया गांव के नजदीक नाले के किनारे से बरामद किया है।
जमीन के विवाद में हत्या
बताया जा रहा है कि जमीन की पैमाइश के विवाद में लेखपाल की हत्या की गई है। फरीदपुर के गांव कपूरपुर निवासी व्यक्ति का कुछ लोगों से जमीन का विवाद था, जिसकी पैमाइश मनीष कश्यप कर रहे थे। उस व्यक्ति को शक था कि मनीष दूसरे पक्ष का साथ दे रहे हैं। इसके चलते उसने 27 नवंबर को मनीष को तहसील में बुलाया और अपनी अर्टिगा कार में बैठाकर ले जाने के बाद गला दबाकर हत्या कर दी। फिर वह शव को बभिया के पास फेंककर फरार हो गया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर ही शव बरामद किया है।