कानपुर में थाने के भीतर चोरी? मालखाने से 38.78 लाख कैश और जेवर गायब, दरोगा पर एफआईआर
कानपुर के गोविंदनगर थाने के मालखाने से 41.30 लाख रुपये का माल पार कर दिया गया। इसमें 38.78 लाख से ज्यादा का कैश और 252280 रुपये के जेवरात व मोबाइल हैं। यही नहीं, गंभीर धाराओं के मुकदमों से जुड़ी रिपोर्ट भी गायब मिली हैं।
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यूपी के कानपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां गोविंदनगर थाने के मालखाने से 41.30 लाख रुपये का माल पार कर दिया गया। इसमें 38.78 लाख से ज्यादा का कैश और 252280 रुपये के जेवरात व मोबाइल हैं। यही नहीं, गंभीर धाराओं के मुकदमों से जुड़ी रिपोर्ट भी गायब मिली हैं। तत्कालीन मालखाना इंचार्ज ने दो साल बाद सूची सौंपी तो खुलासा हुआ। गोविंदनगर इंस्पेक्टर ने दरोगा पर एफआईआर दर्ज कराई है। मालखाना इंचार्ज गोविंदनगर में तैनाती के दौरान हेड मुहर्रिर था। वर्तमान में वह लखनऊ की चौक कोतवाली में दरोगा है।
गोविंदनगर इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह के मुताबिक 22 अगस्त 2020 से 17 अगस्त 2022 तक गोविंदनगर थाने में मालखाना मुहर्रिर दिनेश चंद्र तिवारी तैनात था। उस दौरान हेड मुहर्रिर से एसआई के पद पर प्रमोशन हुआ तो वह लखनऊ चला गया। नया इंचार्ज दीवान अजय को बनाया गया। नियम के तहत नए मुहर्रिर को पुराने मुहर्रिर से मालखाने में रखे समस्त सामान की सूची सौंपी जाती है। चूंकि दिनेश मालखाने की चाभी अपने साथ ले गया था ऐसे में उसे कई बार फोन कर और पत्र भेजकर बुलाया गया। इसके बावजूद वह नहीं आया। सख्त कार्रवाई की चेतावनी पर दिनेश थाने पहुंचा और छोटे माल मुकदमों की पोटली का चार्ज दिया। जब उससे जुए की फड़ से बरामद 40 लाख रुपये और सट्टेबाजी में पकड़े 13 लाख रुपयों के साथ करीब 21 मुकदमों से जुड़े बड़े माल के बारे में पूछा गया तो वह पहले ना-नूकुर करने लगा। सख्ती पर माल मुकदमा दिए भी तो उसमें नकदी और जेवर समेत 41.30 लाख का माल गायब था।
अगस्त 2024 से चल रहा मामला, अब रिपोर्ट
इंस्पेक्टर के मुताबिक दिनेश प्रमोशन लेने के बाद दो साल तक आनाकानी करता रहा। अधिकारियों के कड़े रुख के बाद सात अगस्त 2024 को मालखाने का चार्ज देने के लिए गोविंदनगर थाने में आमद कराई तो पूरा मामला सामने आ गया। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
जुआ, सट्टा से बरामद हुआ माल सबसे ज्यादा
मालखाने में जुआखाने, सट्टे से बरामद नकदी, जेवरात और मोबाइल सबसे गायब मिले हैं। क्राइम ब्रांच ने दो अप्रैल 2022 को गोविंदनगर ब्लॉक तीन से लोकेश के घर पर छापा मारकर नौ सटोरियों को दबोचते हुए 45 लाख रुपये, 27 मोबाइल, टैबलेट बरामद किए थे। इसे सील कर मालखाने में जमा कराया गया था। पता चला कि इसमें से 19 लाख रुपये गायब हैं। एक अन्य मामले में सट्टेबाजों से बरामद 13 लाख से ज्यादा रकम व मोबाइल गायब मिले हैं।
पॉक्सो की रिपोर्ट, पीएम पोटली भी नहीं
मालखाने से गहने, कैश और मोबाइल के साथ हत्या, रेप, पॉक्सो जैसे मुकदमों से जुड़ी कई महत्वपूर्ण रिपोर्ट, पोस्टमार्टम पोटली भी गायब है। आशंका यह भी है कि हेड मुहर्रिर ने प्रतिवादियों से रुपये लेकर महत्वपूर्ण फाइलों को गायब कर दिया। इस मामले में एडसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया कि
एडीसीपी गोविंदनगर थाने के मालखाने से कैश व गहने गायब होने पर तत्कालीन हेड मुहर्रिर पर सरकारी कर्मचारी द्वारा विश्वासघात किए जाने की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जांच चल रही है, रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।