IFFCO begins commercial production of nano DAP liquid in Aonla and Phulpur plant यूपी में बनने लगा इफको नैनो लिक्विड DAP, आंवला और फूलपुर प्लांट में उत्पादन शुरू, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
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यूपी में बनने लगा इफको नैनो लिक्विड DAP, आंवला और फूलपुर प्लांट में उत्पादन शुरू

उत्तर प्रदेश में इफको के आंवला (बरेली) और फूलपुर (प्रयागराज) प्लांट में नैनो तरल डीएपी का व्यावसायिक उत्पादन शुरू हो गया है। दोनों प्लांट हर रोज 2-2 लाख बोतल लिक्विड डीएपी तैयार कर देंगे।

Ritesh Verma लाइव हिन्दुस्तान, लखनऊTue, 13 May 2025 04:55 PM
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यूपी में बनने लगा इफको नैनो लिक्विड DAP, आंवला और फूलपुर प्लांट में उत्पादन शुरू

किसानों की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इफको ने उत्तर प्रदेश के अपने दो कारखानों में नैनो तरल डीएपी का व्यावसायिक उत्पादन शुरू कर दिया है। इफको के प्रबंध निदेशक डॉक्टर उदय शंकर अवस्थी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया कि इफको के आंवला (बरेली) और फूलपुर (प्रयागराज) प्लांट प्रतिदिन 2-2 लाख नैनो लिक्विड डीएपी के बोतल पैक करने की क्षमता से लैस हैं। 500 एमएल की एक बोतल के बदले पहले किसानों को एक बोरी डीएपी खरीदना होता था जिसका दाम तो ज्यादा था ही, उसे बाजार से खेत तक ले जाना भी एक अलग खर्च था।

एमडी यूएस अवस्थी ने कहा है कि इन दो प्लांट में उत्पादन चालू होने के बाद इफको की प्रतिदिन उत्पादन क्षमता बढ़कर 9.50 लाख बोतल हो गई है। उत्पादन में इस वृद्धि से देश में नैनो डीएपी लिक्विड की आपूर्ति बढ़ेगी और यह हमारे किसानों को आसानी से उपलब्ध हो सकेगा। आंवला और फूलपुर को लेकर अब इफको के पांच प्लांट में नैनो डीएपी और नैनो यूरिया का उत्पादन हो रहा है। नैनो डीएपी लिक्विड पारंपरिक डीएपी से बेहतर विकल्प है क्योंकि नैनो डीएपी में 100 नैनोमीटर से छोटे आकार के कण होते हैं, जो इसे अधिक प्रभावी बनाते हैं। दाम कम होने की वजह से किसानों के बीच नैनो डीएपी की लोकप्रियता बढ़ रही है।

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इफको ने जून 2021 में दुनिया के सामने पहली बार नैनो लिक्विड यूरिया पेश किया था जिसे कृषि क्षेत्र में एक क्रांतिकारी खोज माना गया है। कई किलोग्राम यूरिया या डीएपी की जगह अब किसान के पास आधा लीटर का एक बोतल खरीदकर उतना ही फायदा पाने का विकल्प है। इफको ने 2023 में नैनो डीएपी पेश किया। एमडी अवस्थी ने कहा था कि 2017 से ही इफको के वैज्ञानिक इस खोज में लगे थे और इस अनुसंधान पर कंपनी ने 2000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।