महाकुंभ में आग के पीछे साजिश? सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय, एटीएस ने वाराणसी में युवक से की पूछताछ
महाकुंभ में अगलगी को लेकर एटीएस समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी सक्रिया हो गई हैं। पिछले कुछ दिनों में महाकुंभ आने वाले गैर हिंदू लोगों के साथ ही संदिग्धों की मॉनिटरिंग की जा रही है। इसी क्रम में एटीएस ने वाराणसी में एक युवक से पूछताछ की है।
महाकुंभ में अगलगी को लेकर एटीएस समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी सक्रिया हो गई हैं। पिछले कुछ दिनों में महाकुंभ आने वाले गैर हिंदू लोगों के साथ ही संदिग्धों की मॉनिटरिंग की जा रही है। इसी क्रम में एटीएस ने वाराणसी में एक युवक से पूछताछ की है। उसे अपने दफ्तर बुलाकर उसके मोबाइल फोन को भी कब्जे में लेकर जांच की है। बुधवार को प्रयागराज की टीम भी इस युवक से पूछताछ करेगी। सुरक्षा एजेंसियों के इस कदम से अब आग के पीछे भी किसी साजिश की चर्चा होने लगी है।
रविवार को महाकुंभ में लगी आग में गीता प्रेस का पूरा शिविर तबाह हो गया था। प्रशासन ने भले ही इस घटना को सिलेंडर से रिसाव का कारण बताया था। लेकिन गीता प्रेस के ट्रस्टी ने प्रशासन के दावे को गलत बताते हुए कहा था कि आग उनके शिविर की बाउड्री के पीछे से आई थी।
वाराणसी में जिस युवक से एटीएस ने पूछताछ की है उसका नाम अमानतुल्लाह है। वह शहर के ही जैतपुरा का निवासी और एनएसयूआई का पदाधिकारी है। बुधवार को अमानतुल्लाह से प्रयागराज की एटीएस टीम भी पूछताछ करेगी। इसके लिए उसे एटीएस वाराणसी के अशोक विहार कॉलोनी (पहड़िया) स्थित कार्यालय में बुलाया गया है। इससे पहले उसे सोमवार शाम कार्यालय बुलाया गया था। देर रात तक पूछताछ के बाद उसका मोबाइल जब्त करके छोड़ दिया गया। मंगलवार को दोबारा कार्यालय बुलाकर उससे पूछताछ हुई और उसका मोबाइल लौटा दिया गया।
बताया जाता है कि अगलगी की घटना के 10 दिन पहले महाकुंभ जाने वाले गैर हिंदू लोगों के साथ संदिग्धों की मॉनीटरिंग की जा रही है। वहां जाने के कारण, वहां पर मिलने वाले लोगों के बारे में विस्तृत जानकारी ली जा रही है। संबंधित लोगों के मोबाइल का ब्योरा लिया जा रहा है। जैतपुरा निवासी एनएसयूआई पदाधिकारी भी 12 जनवरी के पहले महाकुम्भ परिक्षेत्र में कुछ लोगों के साथ गया था। इसके बाद उसने मकर संक्रांति स्नान भी किया था। स्नान संबंधित फोटो भी उसने फेसबुक पर पोस्ट की है। इसके साथ ही वहां से दो बार फेसबुक पर लाइव भी हुआ था।