Blood Component Separator Facility at Purnea Medical College Provides Relief for Thalassemia Patients जीएमसीएच में एनिमिया और प्लेटलेट्स की कमी वाले रोगी को राहत, Purnia Hindi News - Hindustan
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जीएमसीएच में एनिमिया और प्लेटलेट्स की कमी वाले रोगी को राहत

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के ब्लड कम्पोनेंट सेपरेटर की सुविधा इस क्षेत्र के रोगी के लिए राहत प्रदान क

Newswrap हिन्दुस्तान, पूर्णियाMon, 19 May 2025 02:10 AM
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जीएमसीएच में एनिमिया और प्लेटलेट्स की कमी वाले रोगी को राहत

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता।राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के ब्लड कम्पोनेंट सेपरेटर की सुविधा इस क्षेत्र के रोगी के लिए राहत प्रदान कर रही है। यह सुविधा अस्पताल के ब्लड सेंटर में सुलभ होने से विशेषकर थैलीसीमिया के रोगी को काफी सहूलियत हो रही है। थैलीसीमिया के रोगी को सिवियर एनिमिया की परेशानी सामने आने पर उन्हें पीआरबीसी की सुविधा मिल जाती है। यह सुविधा ऐसे रोगी के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है। जीएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रेम प्रकाश बताते हैं की थैलीसीमिया रोगी को प्रत्येक पन्द्रह से बीस दिन के अंतराल पर रक्त की कमी हो जाती है।

ऐसे में होल ब्लड की जगह पैक सेल पीआरबीसी मिल जाता है। यह सुविधा यहां ब्लड कम्पोनेंट सेपरेटर की सुविधा होने के कारण मिल पा रही है। इससे थैलीसीमिया के रोगी पीआरबीसी की सुविधा से परेशानी नहीं होती है। जीएमसीएच में थैलीसीमिया डे-केयर में आने वाले प्रत्येक दिन जरूरतमंद तीन से चार रोगी को यह सुविधा का लाभ मिल जाता है। इस प्रकार से एक सौ से डेढ़ सौ की संख्या में प्रत्येक माह रोगी को इस सुविधा का लाभ मिलता है। इनके अलावा अन्य भर्ती होने वाले ऐसे रोगी जिन्हें एनिमिया की कमी है। ऐसे रोगी को भी यह सुविधा मिल जाता है। ......जीएमसीएच ब्लड सेंटर में एक से तीन युनिट तैयार होता है रक्त : मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. संजय कुमार बताते हैं की जीएमसीएच स्थित ब्लड सेंटर में यदि रक्तदान शिविर के माध्यम से या फिर किसी अन्य रूप में रक्तदान की होने की स्थिति में एक युनिट रक्त से तीन रोगी को फायदा हो जाता है। यह सुविधा ब्लड कम्पोनेंट सेपरेटर के सुलभता पर हो पा रही है। यहां एक युनिट में पीआरबीसी, प्लाज्मा और प्लेटलेट्स तैयार होकर जरूरतमंद रोगी को लाभ मिलता है। पीआरबीसी थैलीसीमिया रोगी के अलावा एनिमिया के जरूरतमंद रोगी को मिल जाता है। इनके अलावा जले हुए कोई रोगी होने की स्थिति में प्लाज्मा की सुविधा मिल जाती है। जबकि प्लेटलेट्स की कमी वाले रोगी को प्लेटलेट्स की सुविधा का लाभ मिल रहा है। ब्लड सेंटर के कर्मी शंकर कुमार सिंह बताते हैं की प्रत्येक माह तैयार हुए तीन रक्त से 400 युनिट निकल जाता है। ....हर दिन 30 से अधिक जरूरतमंदों को केन्द्र से लाभ: मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित ब्लड सेंटर से प्रत्येक दिन लगभग 30 युनिट रक्त का आदान प्रदान हो रहा है। विभागीय जानकारी में पिछले अप्रैल माह में 900 सौ से अधिक रक्त का निकासी हुई है। जबकि इसी अनुपात में रक्त की उपलब्धता हुई थी। इस सुविधा का लाभ जीएमसीएच के इंडोर सेवा में भर्ती रोगी के अलावा अन्य जरूरतमंद ऐसे रोगी जिन्हें निजी संस्थानों से किसी भी प्रकार के रक्त की जरूरत पड़ चिकित्सक द्वारा लिखा जाता है। ऐसी स्थिति में नियमानुकुल होल रक्त के अलावा पीआरबीसी, प्लाज्मा और प्लेटलेट्स की सुविधा का लाभ दिया जाता है। अब जबकि आने वाले समय में बारिश की स्थिति उत्पन्न होगी और डेंगू के बीमारी सामने आयेंगे। ऐसे स्थिति में रोगी को अधिक से अधिक प्लेटलेट्स की जरूरत पूरा की जाती है। चुकि इसी ब्लड सेंटर के सटे ट्रामा सेंटर में ऐसे रोगी को भर्ती किया जाता है। पिछले वर्ष भी लगभग 50 से अधिक यूनिट प्लेटलेट्स की जरूरत पूरा की गई थी।

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