20 करोड़ बेरोजगारी भत्ता बांटने के लिए खर्च कर दिए 15 करोड़ रुपये; विधानसभा में सीएम योगी ने सपा पर कसा तंज
यूपी विधानसभा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने 20 करोड़ बेरोजागरी भत्ता बांटने के लिए 15 करोड़ रुपये प्रचार-प्रसार पर खर्च कर दिया। विपक्षी दलों की सरकारों के उदासीन रवैयों के कारण यूपी में विकास की रफ्तार सुस्त रही।

यूपी विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने 20 करोड़ बेरोजागरी भत्ता बांटने के लिए 15 करोड़ रुपये प्रचार-प्रसार पर खर्च कर दिया। विपक्षी दलों की सरकारों के उदासीन रवैये से संसाधनों से भरपूर होने के बावजूद यूपी में विकास की रफ्तार सुस्त रही। जबकी साल 2017 में भाजपा सरकार आने के बाद प्रदेश में विकास का पहिया तेजी से घूमा है और देश की जीडीपी में प्रदेश की हिस्सेदारी 9.2 फीसदी गई।
विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा विधानसभा में कहा समाजवादी पार्टी की सरकार में 20 करोड़ रुपये की बेरोजगारी भत्ता बांटने के लिए 15 करोड़ रुपये कार्यक्रम के आयोजनों के लिए खर्च कर दिया गया था। सपा डॉ राम मनोहर लोहिया का नाम तो लेती है, लेकिन वह उनके मूल्यों और आदर्शों से दूर जा चुकी है। आज की समाजवादी पार्टी न डॉ लोहिया के बताए आचरण के अनुरूप कार्य कर रही है और न ही उनके बताए आदर्शों पर चल रही है। डॉक्टर लोहिया ने कहा था कि एक सच्चा समाजवादी वह है जो संपत्ति और संतति से दूर रहे, यह तो आपकी पार्टी के आचरण से देख सकते हैं। आदर्श के रूप में उन्होंने भारत के लिए कहा था कि राम, कृष्ण और शंकर यह जब तक भारत के तीन आदर्श हैं। तब तक भारत का कोई बाल बांका नहीं कर सकता है। इन तीनों देव महापुरुषों पर समाजवादी पार्टी का कोई विश्वास नहीं है, क्योंकि ये लोग भारत की आस्था के साथ खिलवाड़ करते हैं।
उपचुनावों में धांधली के समाजवादी पार्टी के आरोपों का जवाब देते हुए योगी ने कहा कि दूसरों को उपदेश देने के बजाए खुद इन बातों को अपने आचरण में उतारा होता तो संभवत इतनी करारी हार नहीं होती और 2027 में भी इतनी करारी हार झेलने के लिए मजबूर न होना पड़ता।
जीडीपी में बढ़ी यूपी की हिस्सेदारी
विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश का सबसे बड़ा राज्य और सबसे अधिक संसाधन होने के बावजूद 1950 से 2017 तक प्रदेश की जीएसटीपी 12.75 लाख करोड़ तक पहुंच सकी। जबकि 2017 में जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर विश्वास जताया और पिछले आठ सालों में प्रदेश की जीएसडीपी दोगुना से अधिक होकर 2024-25 में 27.51 लाख करोड़ होने जा रही है। देश की जीडीपी में 9.2 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ उत्तर प्रदेश, देश के अंदर दूसरे स्थान पर है। उन्होने कहा कि वर्ष 2023-2024 में देश की जीडीपी की वृद्धि दर 9.6 प्रतिशत है, जबकि उत्तर प्रदेश की वृद्धि दर 11.6 प्रतिशत रही है। 2016-2017 में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय मात्र 52671 रुपये थी वर्ष 2023-2024 में 93514 रुपये है। 2016-17 में कुल राजस्व प्राप्तियां 2 लाख 56 हजार रुपये हुईं थीं। चालू वित्तीय वर्ष के जनवरी महीने तक ही 04 लाख 10 हजार करोड़ से अधिक का राजस्व प्राप्त हो चुका है।