जश्न जीत का होना चाहिए, सीज का नहीं, अखिलेश बोले- बलिया से बिहार तक BJP का चेहरा उजागर
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारत-पाक युद्ध के बाद भाजपा के जश्न मनाने पर चुटकी ली है। अखिलेश ने कहा कि जश्न जीत का होना चाहिए सीज का नहीं।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय जनता पार्टी हर जिले में तिरंगा यात्रा निकालकर जश्न मना रही है। इस जश्न पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल खड़ा किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि जश्न जीत का होना चाहिए, सीज (सीज फायर) का नहीं। अखिलेश ने कहा कि हमारे देश के लिए शांति सबसे सर्वोपरी है लेकिन इसके साथ-साथ हमारे बहुत सारे मसलों में दूसरे देश हस्तक्षेप न करें। वही हमारे संविधान और लोकतंत्र की पहचान रही है। संप्रभुता ही पहचान रही है। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव का इशारा ट्रंप की ओर भी था।
अखिलेश यादव गुरुवार को अमेठी में मीडिया से बात कर रहे थे। पाकिस्तान को ट्रंप का समर्थन मिलने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि अभी इस पर बात करने का समय नहीं है। कुछ कहने का समय आने पर समाजवादी पार्टी इस पर अपना पक्ष रखेगी। हमारा देश शक्तिशाली हो, आर्थिक रूप से मजबूत हो, हमारी सीमाएं सुरक्षित हों, उसके लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए।
अखिलेश यादव ने एमपी मंत्री विजय शाह की भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर बीजेपी पर बड़ा हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का चाल, चरित्र और चेहरा न केवल एमपी में उजागर हुआ है बल्कि बलिया और बिहार से भी उजागर हुआ है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद एफआईआर दर्ज होना इसका सबूत है।
अखिलेश ने कहा कि हाईकोर्ट को यह इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि मंत्री ने जब देश की प्रतिष्ठित अभिनेत्री का कार्यक्रम रोका था, उस समय अगर बीजेपी ने कार्रवाई की होती तो देश की कर्नल के साथ इस तरह का व्यवहार करने का उन्हें मौका नहीं मिलता। भारतीय जनता पार्टी का यह चरित्र पहली बार नहीं दिखा है। नारी वंदन का नारा देते हैं लेकिन सही मायने में जब सम्मान की बात आती है तो भाजपा का चेहरा कई बार उजागर हुआ है। कर्नल सोफिया कुरैशी सीमा पर हो रही गतिविधियों की लगातार ब्रीफिंग कर रही थीं। वह सरकार की ब्रीफिंग कर रही थी। सरकार भाजपा की है। उन्हीं की ब्रीफिंग करने वाले के बारे में भाजपा के मंत्री की क्या भावना है, क्या विचार है, पहली बार उजागर नहीं हुआ है।
वहीं, अमेठी की गौरीगंज सीट से विधायक राकेश प्रताप सिंह का बिना नाम लिए अखिलेश ने कहा कि अमेठी से भाजपा गुमशुदा है। भाजपा जब भाजपा की ही सगी नहीं है तो जो दलबदलू लोग हैं उनके लिए भाजपा कितनी सगी होगी। कहा कि अब तो हर दल से टिकट पाने की गुंजाइश खत्म हो जाएगी। गौरतलब है कि राकेश प्रताप सिंह को सपा ने ही अपने टिकट पर लड़ाया और वह विधायक बने थे। राज्यसभा चुनाव के दौरान राकेश प्रताप सिंह समेत सात विधायक बगावत करके भाजपा के पाले में चले गए। माना जा रहा था कि इन विधायकों का लाभ भाजपा को मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बगावत करने वाले विधायकों के इलाके अमेठी, रायबरेली, अयोध्या, प्रयागराज में भी भाजपा लोकसभा चुनाव हार गई थी। ऐसे में इन लोगों के भविष्य पर प्रश्नचिह्न भी लग गया है।