सरयू का बढ़ रहा जलस्तर, बाढ़ से घिरे गांव व कटान तेज
सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। कटान क्षेत्र मदरहवा में कई घर नदी में समा गए हैं। एडीएम और एसडीएम ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बात की। प्रशासन कटान...
दुबौलिया/गायघाट, हिन्दुस्तान संवाद। सरयू का जलस्तर बढ़ने के साथ ही प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हो रही जबरदस्त बरसात का असर नदियों में भी दिखाई पड़ने लगा है। वहीं घाघरा नदी पर शारदा, गिरजा और सरयू बैराज से लगातार पिछले दो दिनों से चार लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है, इससे जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। शनिवार को डीएम, एसपी, एडीएम, एसडीएम संग बाढ़ खंड के अधिकारी भी कुदरहा व दुबौलिया इलाके के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए एडवाइजरी भी जारी कर दी है। शनिवार को सरयू नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को डीएम रवीश गुप्ता व एसपी गोपालकृष्ण चौधरी ने दौरा किया। अति-संवेदनशील कटरिया चांदपुर तटबंध पर कटरिया गांव के निकट बंधे पर पहुंचे। जहां उन्होंने पानी से घिरे सुविकाबाबू गांव के बारे में राजस्व कर्मियों से जानकारी ली। मौके पर मौजूद बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता दिनेश कुमार से तटबंध के बारे में जानकारी ली। इसके बाद तटबंध से होते हुए बिशुनदासपुर अनुसूचित बस्ती में ग्रामीणों से बात की। वहां से चलकर वह खलवा गांव के पास बाढ़ चौकी पर पहुंचे, जहां नदी की भौगोलिक स्थिति को समझते हुए संवेदनशील जगहों पर निगरानी टीम व बाढ़ चौकिया को 24 घंटे सक्रिय रहने के लिए निर्देशित किया। इस दौरान एसडीएम हर्रैया, लेखपाल अजीत सिंह व अशोक पटेल मौजूद रहे।
अपना घर तोड़ने को मजबूर ग्रामीणों से मिले एडीएम
गायघाट। कुदरहा विकास खंड के कटान क्षेत्र मदरहवा में एक बार फिर सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से कटान एक बार फिर तेज हो गई है। नदी के जलस्तर बढ़ने के बाद शुरू हुई कटान की खबर सुनते ही एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान और एसडीएम सदर शत्रुघ्न पाठक मदरहवा पहुंचकर जायजा लिया। गांव के रामकरन और प्रेमचंद के घर का नदी में समा गया हैं तो दूसरी तरफ रामअवध, रामभवन, त्रिभुवन और राम तीरथ आदि तेजी से अपना घर तोड़ने में जुट गए हैं। जैसे-जैसे नदी की कटान आबादी में बढ़ती जा रही हैं, वैसे-वैसे लोग अपना घर तोड़ रहे हैं। जिससे ईंट आदि सामानों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा सकें। कटान तेज होने से रातभर में छह घरों के और नदी में समाने की आशंका है।
कटान क्षेत्र से वापस लौटते समय एडीएम व एसडीएम ने बांधे पर स्थित एक चाय की दुकान पर रूककर स्थानीय लोगों से बातचीत की। एसडीएम सदर ने बताया की बैडारी एहतमाली गांव के कटान प्रभावित लोगों के पट्टे के कागजात तैयार हो चुके हैं। सोमवार को चयनित 36 लोगों को भूमि की नाप कर कब्जा दिया जाएगा। वहीं महुआपार के कटान पीड़ितों के लिए बैडारी एहतमाली, बैडारी मुस्तहकम, सिकंदरपुर, भेड़वा और रुदऊपुर में जमीन की तलाश की जा रही है। एसडीएम सदर नें बताया की इन गांवों में जो भी दो एकड़ जमीन अगर कोई बेचना चाहे तो प्रशासन उचित रेट पर जमीन खरीदेगा और महुआपार के लोगों को बसाएगा।
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