कनकभवन व हनुमानगढ़ी में फूल बंगला की झांकी आज
Ayodhya News - अयोध्या में ज्येष्ठ मास की तपती गर्मी में भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए फूल बंगले की झांकी की परंपरा का आयोजन किया जा रहा है। 19 मई को कनकभवन और हनुमानगढ़ी में भव्य झांकी सजाई जाएगी। यह परंपरा...

अयोध्या, संवाददाता। ज्येष्ठ मास की तपती गर्मी में भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए फूल बंगले की झांकी की परंपरा प्राचीन काल में शुरू हुई थी। हालांकि उस समय भौतिक सुख-सुविधाओं के संसाधन सुलभ नहीं थे। फिलहाल अब तो पंखा-कूलर के अतिरिक्त मंदिरों में वातानुकूलित व्यवस्था हो गयी है। फिर भी उत्सव के रूप में रुढ़ हो चुकी परम्परा यथावत कायम है। इसी कड़ी में वृंदावन के संत जगतगुरु पीपा द्वाराचार्य स्वामी बलराम देवाचार्य के सानिध्य में 19 मई सोमवार को कनकभवन में कनक बिहारी -बिहारिणी जू सरकार के अलावा हनुमानगढ़ी में हनुमंत लला की भव्य फूल बंगला की झांकी सजायी जायेगी।
यह उत्सव ज्येष्ठ मास के उत्सव के रूप में अलग-अलग तिथियों में अलग-अलग मंदिरों में मनाया जाता है। जगतगुरु पीपाद्वाराचार्य बलराम देवाचार्य महाराज बताते है कि मंदिरों में विराजमान भगवान के विग्रह अर्चावतार के रूप में विराजित हैं। प्राण प्रतिष्ठित देव प्रतिमा को सजीव माना जाता है। इसीलिए उपासना के क्रम में विराजमान भगवान की अष्टयाम सेवा पद्घति अपनाई गई। इस सेवा पद्घित में भगवान की सेवा जीव स्वरूप में ही की जाती है। जीव जैसे सोता, जागता है उसी प्रकार भगवान के उत्थापन व दैनिक क्रिया कर्म के बाद उनका श्रृंगार पूजन, आरती भोग-राग का प्रबंध किया जाता है। इसी क्रम में भगवान को गर्मी से बचाने के लिए पुरातन काल में संतों ने फूलबंग्ला झांकी की परंपरा का भी शुभारंभ किया गया था। उन्होंने बताया कि झांकी कोलकाता के कुशल कारीगरों द्वारा तैयार की जाएगी। झांकी में उपयोग किए जाने वाले फूल बनारस, लखनऊ, वृन्दावन, कोलकाता आदि जगहों से मंगवाए गए है।
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