तीन दिन भक्ति से सराबोर होगी रामनगरी, सोनू निगम, अनुराधा पौडवाल, मालिनी अवस्थी बांधेंगी समां
- अयोध्या एक बार फिर भक्ति से सराबोर होगी। प्रतिष्ठा द्वादशी के त्रिदिवसीय आयोजन पर रामनगरी में देश के प्रमुख संतों-महंतों की उपस्थिति में अपने-अपने क्षेत्र के दिग्गज कलाकार निस्वार्थ रामलला के समक्ष अपनी कला को समर्पित करेंगे। इसी के साथ ही संगीत से जुड़े कलाकारों का भी जमघट लगेगा।
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रामनगरी अयोध्या एक बार फिर भक्ति से सराबोर होगी। प्रतिष्ठा द्वादशी के त्रिदिवसीय आयोजन पर रामनगरी में देश के प्रमुख संतों-महंतों की उपस्थिति में अपने-अपने क्षेत्र के दिग्गज कलाकार निस्वार्थ रामलला के समक्ष अपनी कला को समर्पित करेंगे। इसी के साथ ही संगीत से जुड़े कलाकारों का भी जमघट लगेगा। उषा मंगेशकर, कुमार विश्वास, मालिनी अवस्थी, अनुराधा पौडवाल, कथक नृत्यांगना शोभना नारायण आदि कलाकार राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूर्ण होने पर समां बांधेंगे। 11, 12 और 13 तारीख को होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि प्रथम दिन रामलला का अभिषेक और अंगद टीला के प्रांगण में आम जनमानस को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संबोधित करेंगे। इन तीन दिनों में किसी भी प्रकार का दर्शन पास नहीं बनाया जाएगा।
चंपत राय ने बताया उत्तराखंड, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ ,राजस्थान और यूपी के 70 संत-महात्माओं को कार्यक्रम में शामिल होने का निवेदन किया गया है। उन्होंने बताया प्राण प्रतिष्ठा यानी 22 जनवरी को जो संत महात्मा बुलाए गए थे लेकिन वह किसी कारण से नहीं आ पाए इसके साथ अयोध्या के आसपास के समाज को उस दिन किसी कारणवश नहीं बुला पाए ऐसे समस्त लोगों को इस आयोजन में प्रमुखता दी जा रही है। इसके साथ अयोध्या के 100 संतों महंतों को भी शामिल किया गया है। जिसमें भिन्न-भिन्न जातियों और उपजातियों जैसे रामानुज परंपरा, नानक संप्रदाय, दिगंबर, जैन, स्वामीनारायण, रविदासी समाज ,विश्वकर्मा, चौरसिया, बढई, सेन, मौर्य ,कुशवाहा, पासी, रजक समाज, प्रजापति, पाल, लोधी, क्षत्रिय और जायसवाल इत्यादि परंपराओं के मंदिरों के प्रमुखों को भी बुलाया गया है।
यतीन्द्र के लिखे गीत को स्वर देंगे दिग्गज कलाकार
देश-विदेश के जाने-माने साहित्यकार, कवि, लेखक, संपादक, संगीत और सिनेमा के विद्वान यतीन्द्र मिश्र द्वारा भगवान राम के आगमन और प्रतिष्ठा को लेकर शब्दों में पिरोए भक्ति गीत हे सकल विश्वास राम का ऑडियो और वीडियो का लोकार्पण भी रामलला के समक्ष होगा। गीत को देश की प्रख्यात कलाकार मालिनी अवस्थी, अनुराधा पौडवाल, सोनू निगम, शंकर महादेवन और हरिहरन ने अपना स्वर दिया है।
300 महिलाएं और 100 युवक राम नाम को करेंगे गुंजायमान
महामंत्री ने बताया लखनऊ की सपना गोयल ढाई सौ महिलाओं के साथ सुंदरकांड पाठ का पारायण करेंगी। इसी के साथ गोरखपुर से 50 महिलाओं की टोली आएगी वह अपनी भक्ति भगवान को समर्पित करेंगी। उन्होंने बताया भोपाल से 100 नवयुवकों की टोली आ रही है जो नगर के विभिन्न स्थानों पर अपने वाद्य यंत्रों के साथ कीर्तन प्रस्तुत करेंगे।
इन कलाकारों द्वारा आराध्य को समर्पित होगी राग सेवा
ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया तीनों दिन प्रस्तुत होने वाली राग सेवा के समन्वयक अयोध्या के ही प्रख्यात कलाविद् यतीन्द्र मिश्र हैं, उन्हें संगीत नाटक अकादमी दिल्ली का भी सहयोग हासिल है। इन तीन दिनों में उषा मंगेशकर, कुमार विश्वास, मालिनी अवस्थी, अनुराधा पौडवाल, कथक नृत्यांगना शोभना नारायण आदि श्रीरामलला के समक्ष अपना कौशल दिखाएंगे। उन्होंने बताया कि राग सेवा का कार्यक्रम गर्भगृह के निकट मंडप में होगा। वे कहते हैं कि भारतीय उपासना पद्धति में नवधा भक्ति परम्परा में नृत्य संगीत,वादन द्वारा श्री राम राग सेवा अर्पित की जाती है। इसी क्रम में पहले दिन 11 जनवरी को उषा मंगेशकर और मयूरेश पई भजन से राग सेवा का शुभारंभ करेंगे। इसके उपरांत साहित्य नाहर सितार तथा संतोष नाहर वायलिन की जुगलबंदी के साथ अपना भक्ति कार्यक्रम देंगे।
पहले दिन की राग सेवा का समापन डॉ आनन्दा शंकर जयंत की ओर से भरत नाट्यम नृत्य पर भावयामि रघुरामम्' के साथ होगा। दूसरे दिन प्रसिद्ध लोकगायिका शैलेश श्रीवास्तव के बधावा और सोहर से शुरुआत होगी। इसके बाद प्रख्यात शास्त्रीय गायिका सुश्री कलापिनी कोमलकी निर्गुण गायन और भजन से राग सेवा करेंगी। दूसरे दिन समापन विश्वविख्यात बांसुरी वादक राकेश चौरसिया के वादन से होगा। अंतिम दिन 13 जनवरी को शुभारंभ आरती अंकलिकर के शास्त्रीय गायन से होगा। इसके बाद प्रख्यात कथक नृत्यांगना शोभना नारायण की प्रस्तुति है। समापन दक्षिण के स्वनाम धन्य गायक कृष्ण मोहन एवं राम मोहन 'त्रिचूर ब्रदर्स' के कर्नाटक पद्धति के शास्त्रीय गायन व राम भजन से होगा।
राम कथा और रामलीला का होगा मंचन
उन्होंने बताया कि अंगद टीला पर पहले दिन दो से साढ़े तीन बजे तक जगद्गुरु रामानुजाचार्य श्री स्वामी वासुदेवाचार्य की रामकथा होगी। साढ़े पांच से साढ़े आठ तक रामलीला का मंचन व स्वाति मिश्रा का गायन होगा। 12 तारीख को दो से साढ़े तीन तक जगद्गुरु की रामकथा होगी। साढ़े तीन से रमेश भाई ओझा का प्रवचन सत्र होगा। जगद्गुरु शंकराचार्य श्री स्वामी ज्ञानानन्द तीर्थ महाराज की उपस्थिति में प्रवचन सत्र होगा। उन्होंने बताया कि जगद्गुरु माध्वाचार्य, पेजावर पीठाधीश्वर प्रसन्न तीर्थ तीनों दिन कार्यक्रम में रहेंगे। जगद्गुरु रामानुजाचार्य विद्या भास्कर स्वामी वासुदेवाचार्य का प्रवचन भी होगा। अयोध्या से कुंभ में गए संतों महंतों से भी कार्यक्रम में शामिल होने का निवेदन किया गया है। पत्रकार वार्ता में ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र, गोपाल जी भी मौजूद थे।