कल्याण सिंह ने राम मंदिर के लिए सरकार की दी थी तिलांजलि, लखनऊ में बोले सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की जयंती पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान कहा कि कल्याण सिंह का समाज के पुनर्निर्माण में अविस्मरणीय योगदान रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की जयंती पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। लखनऊ स्थित 'द मॉल एवेन्यू' में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कल्याण सिंह की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उनके समाज और राष्ट्र निर्माण में योगदान को याद किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल्याण सिंह का समाज के पुनर्निर्माण में अविस्मरणीय योगदान रहा है।
प्रदेश सरकार ने लखनऊ में अत्याधुनिक कैंसर इंस्टीट्यूट और बुलंदशहर के मेडिकल कॉलेज का नामकरण भी 'श्रद्धेय कल्याण सिंह' के नाम पर किया है। योगी ने कहा, 'सत्ता के लिए लोग सिद्धांतों की तिलांजलि दे देते हैं। कुछ सत्ता प्राप्त करने के लिए मूल्यों के साथ समझौता करते हैं, लेकिन कल्याण सिंह जैसे व्यक्ति ने मूल्यों तथा सिद्धांतों के साथ कभी समझौता नहीं किया। देश 1947 में आजाद हुआ, लेकिन यूपी के लोगों को पहली बार इसका अहसास तब हुआ। जब मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करके कल्याण सिंह ने शासन व्यवस्था को आगे बढ़ाया। उस समय भी बहुत से लोग उन्हें अस्थिर करने के लिए अव्यवस्था फैलाने पर उतारू थे। इसकी परवाह किए बिना उन्होंने श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सरकार की तिलांजलि दी।'
मुख्यमंत्री ने कहा, 'कल्याण सिंह ने जो सपना देखा वह साकार हो गया। आज अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण कार्य पूरा हो गया तो उनकी आत्मा को भी असीम शांति प्राप्त हुई होगी। उनकी कार्यकुशलता, कर्मठता व प्रशासनिक क्षमता को हर किसी ने स्वीकार किया है। राज्य की 25 करोड़ जनता के जीवन में सुरक्षा और खुशहाली लाकर कल्याण सिंह के सपनों के उत्तर प्रदेश को बढ़ाया जा सकता है।'योगी ने नकल रहित परीक्षा का श्रेय कल्याण सिंह को देते हुए उनके पौत्र और मंत्री संदीप सिंह की भी सराहना की। पूर्व सीएम के पौत्र आज मंत्री के रूप में शिक्षा को नयी दिशा दे रहे हैं।
इस अवसर पर भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सांसद साक्षी महाराज, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह समेत अन्य नेता मौजूद रहे।