'पत्थर दे दिए हिफाजत करने वालों के हाथ...', अखिलेश यादव ने रिवॉल्वर के बाद पोस्ट की ईंट वाली फोटो
यूपी उपचुनाव की वोटिंग के दौरान एसएचओ की नंगी रिवाल्वर लेकर वोटरों को धमकाने का वीडियो पोस्ट करने के बाद गुरुवार को सिपाही के हाथ में ईंट की फोटो अखिलेश ने शेयर करते हुए सरकार को निशाने पर लिया।
यूपी उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव एक के बाद एक लगातार योगी सरकार पर हमले कर रहे हैं। बुधवार को वोटिंग के दौरान एसएचओ की नंगी रिवाल्वर लेकर वोटरों को धमकाने का वीडियो पोस्ट करने के बाद गुरुवार को सिपाही के हाथ में ईंट की फोटो अखिलेश ने शेयर करते हुए सरकार को निशाने पर लिया। अखिलेश की शिकायत पर बुधवार को चुनाव आयोग ने पांच पुलिस वालों को निलंबित भी किया था। वोटिंग के दौरान सुबह से शाम तक पुलिस की कारस्तानियां अखिलेश यादव फोटो और वीडियो के जरिए सार्वजनिक करते रहे थे।
अखिलेश ने गुरुवार को वोटिंग के दौरान की ही एक फोटो शेयर करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि अब ऐसे हालात आ गए हैं कि जो पुलिस हिफाजत के लिए होती है उसके हाथों में ही पत्थर हैं। अखिलेश यादव ने जो तस्वीर एक्स पर पोस्ट की है वो पीएसी के जवान की है। ये जवान अपने हाथ में पीछे की ओर ईंट लेकर खड़ा है। ऐसा लगता है कि पुलिस ईंट का जवाब ईंट से देने को तैयार है। यह तस्वीर कब की है और कहां की है ये नहीं लिखा है। अखिलेश ने फोटो पोस्ट करते हुए लिखा कि ज़ुल्मी हुक्मरानों ने ला दिया है ऐसे हालातों में, पत्थर दे दिये हिफाजत करने वालों के हाथों में। देश कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!
उपचुनाव की वोटिंग के दौरान कुंदरकी और मीरापुर में जिस तरह बवाल दिखाई दिया उसके बाद से सपा योगी सरकार, भाजपा और पुलिस प्रशासन पर हमलावर है। अखिलेश यादव ने तो कई अधिकारियों का नाम लेकर चेतावनी भी दी है। यहां तक कह दिया कि नौकरी, पेंशन सब चली जाएगी।
इससे पहले बुधवार को मुजफ्फरनगर के ककरौली का एक वीडियो अखिलेश ने पोस्ट किया था। इस वीडियो में एसएचओ रिवाल्वर लेकर महिलाओं को धमकाता दिखाई दे रहा था। महिलाओं को गोली मारने की धमकी दे रहा था। महिलाएं यह भी कह रही थी कि गोली मारने का आदेश नहीं है। जबकि महिलाओं के हाथों में न तो कोई लाठी थी और न ही कोई ईंट पत्थर।
महिलाओं के हाथों में कोई कागज दिख रहा था। ऐसा लग रहा था कि महिलाएं वोट देने जा रही हैं और उनके हाथों में पर्ची या पहचान पत्र है। अखिलेश ने इस एसएसओ को भी निलंबित करने की अपील चुनाव आयोग से की थी। हालांकि अभी तक कोई एक्शन की खबर नहीं है। सपा ने मीरापुर, सीसामऊ और कुंदरकी समेत कई सीटों पर मतदाताओं पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है।